नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के खारकीव शहर में मंगलवार सुबह गोलीबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा के पिता से बात की। उन्होंने बातचीत के दौरान नवीन की मौत पर गहरा दुख भी प्रकट किया। इससे पहले सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में पीएम ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं। देर शाम प्रधानमंत्री ने फिर आला अधिकारियों के साथ बैठक की और यूक्रेन में जारी युद्ध और वहां से भारतीयों, विशेषकर छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की।
रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान मंगलवार सुबह यूक्रेन के खारकीव इलाके में हुई गोलीबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई है। विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है तथा घटना पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही, रूस और यूक्रेन के भारत स्थित राजदूतों से कहा है कि वे फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी सुनिश्चित करें।
सैकड़ों छात्र अभी भी फंसे: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि खारकीव में मारे गए छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा है तथा वह कर्नाटक के हावेरी जिले के चलगेरी का निवासी है। खारकीव उन इलाकों में है जहां बड़े पैमाने पर रूस ने हमले किए हैं। वहां अभी भी सैकड़ों छात्रों के फंसे होने की आशंका है।
परिवार के संपर्क में: मंत्रालय ने कहा-‘हम छात्र के परिवार के संपर्क में है तथा परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। वहां स्थिति चिंताजनक है। नागरिकों एवं छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत सरकार की पहली प्राथमिकता है। हमने इस मुद्दे पर पहले ही रूस और यूक्रेन से नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कराने को कहा है। दिल्ली स्थित उनके दूतावासों को भी इस बाबत कहा गया है।’
मंत्रालय ने कहा कि भारतीयों की वापसी के लिए अभियान तेज किया जा रहा है। एक टीम को रूस के शहर बेलगोरोद में भी तैनात किया गया है जो यूक्रेन की सीमा के निकट है। लेकिन खारकीव एवं आसपास के क्षेत्र में युद्ध के हालात होने के कारण अभी यहां से लोगों को निकालने में कठिनाई आ रही है। बता दें, यूक्रेन के चार पड़ोसी देशों हंगरी, रोमानिया, पोलैंड एवं स्लोवाक के जरिए भारतीयों की वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं। देखें
पुतिन ने बच्चों को मारा, यह हमारे वजूद की जंग: जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोपीय संघ के विशेष सत्र को संबोधित किया। इस दौरान वे भावुक हो गए। उन्होंने कहा, हमारे देश में जो कुछ भी हो रहा है वह त्रासदी है। पुतिन ने हमारे बच्चों को मारा, यह हमारे वजूद की जंग है। हमारे बच्चों को भी जीने का हक है।
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