नई दिल्ली। भारत आज वर्चुअल प्रारूप में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ परिषद के राष्ट्राध्यक्षों के 23वें शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा की स्थिति, कारोबार और सम्पर्क बढ़ाने के उपायों पर चर्चा होगी।
ये देश सम्मेलन में लेंगे भाग
इस संबंध में विदेश मंत्रालय ने कहा, एससीओ के सभी सदस्य देशों चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। वहीं, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया को पर्यवेक्षक देशों के रूप में आमंत्रित किया गया है। एससीओ परंपरा के अनुसार, तुर्कमेनिस्तान को भी अध्यक्ष के अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
‘SCO-SECURE’ भारत की अध्यक्षता का विषय
दो एससीओ निकायों, सचिवालय और एससीओ आरएटीएस के प्रमुख भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ‘SCO-SECURE’ की भारत की अध्यक्षता का विषय 2018 एससीओ किंगदाओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए संक्षिप्त नाम से लिया गया है।
क्या है ‘SECURE’ का मतलब ?
‘SECURE’ का मतलब सुरक्षा, आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी, एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और पर्यावरण संरक्षण है। भारत ने पिछले साल सितंबर में समरकंद शिखर सम्मेलन में एससीओ की अध्यक्षता ग्रहण की थी। भारत ने स्टार्टअप और नवाचार, पारंपरिक चिकित्सा, डिजिटल समावेशन, युवा सशक्तिकरण और साझा बौद्ध विरासत पर जोर देकर अपनी अध्यक्षता में सहयोग के नए स्तंभ स्थापित किए। भारत ने प्रधानमंत्री के वसुधैव कुटुंबकम के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए लोगों के बीच बेहतर जुड़ाव बनाने पर जोर दिया। भारत ने कुल 134 बैठकों और कार्यक्रमों की मेजबानी की है, जिनमें 14 मंत्री-स्तरीय बैठकें शामिल हैं।
कब हुई SCO की स्थापना ?
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) या शंघाई पैक्ट, चीन के शंघाई में 15 जून 2001 को स्थापित आठ सदस्यीय बहुपक्षीय संगठन का एक यूरेशियन राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा गठबंधन है। SCO में 08 सदस्य देश, 03 पर्यवेक्षक और 14 संवाद सहयोगी देश शामिल हैं। भारत को जुलाई 2005 में अस्ताना शिखर सम्मेलन में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया और 9 जून, 2017 को अस्ताना, कजाकिस्तान में एससीओ शिखर सम्मेलन में पूर्ण सदस्य का दर्जा दिया गया। गौरतलब है कि भारत एससीओ के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। भारत ने इस साल मई में गोवा में दो दिवसीय सम्मेलन में एससीओ के विदेश मंत्रियों की मेजबानी की थी। बताना चाहेंगे कि एससीओ एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा गुट है और सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है।