ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का मिलाजुला असर, एनपीजीसी पावर प्लांट के समक्ष इंटक ने किया चक्का जाम

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न श्रम कानूनों को निरस्त कर 4 नए कानून बनाने के निर्णय के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के गुरुवार को आहुत भारत बंद का औरंगाबाद जिलें में मिला जुला असर रहा।

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औरंगाबाद, दाउदनगर, गोह, हसपुरा आदि जगहों पर सड़कों पर राजद ने भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन किया। वहीं नबीनगर स्थित एनपीजीसी के पावर प्लांट के पास इंटक चक्का जाम आंदोलन किया। इस दौरान इंटक के प्रदेश मंत्री सह एनपीजीसी मजदूर यूनियन के सचिव भोला यादव ने कहा कि 44 श्रम कानूनों को 4 लेबर कोड में बदलने के विरोध में एटक, इंटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी, एमईसी और आईसीटीयू से जुड़े मजदूरों का यह चक्का जाम आंदोलन है। कहा कि देश में न सिर्फ मजदूरों को 12 घंटे काम करने पर मजबूर किया जा रहा है बल्कि किसानों को भी उनके फसलों का उचित मूल्य नही देने और जमाखोरी को बढ़ावा देने के लिए सरकार उद्योगपतियों और जमाखोरों के हित में काम कर रही है। ये कानून जब तक समाप्त नहीं किए जाएंगे आगे भी मजदूर संगठन विरोध में ही रहेंगे।

प्रदर्शन करते इंटक नेता

वही एनपीजीसी मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह ने कहा कि मजदूरों को 8 घंटे के काम की अनिवार्य व्यवस्था थी। उनकी इच्छानुसार ओवरटाइम की व्यवस्था थी। जबकि नए कानून के तहत ओवरटाइम का कोई जिक्र नहीं है बल्कि 12 घंटे काम की बाध्यता कर दी गई है। ऐसे में मजदूरों का शोषण होगा और मिल मालिकों का अत्याचार बढ़ेगा। इस अवसर पर सैकड़ों मजदूर सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान इंटक शाखा उपाध्यक्ष बिरमल यादव, उप सचिव धनंजय सिंह, मीडिया प्रभारी उदय उर्फ छोटू यादव, कोषाध्यक्ष पप्पू सिंह, सुनील सिंह, व्यास यादव, संतोष यादव, अजय चैधरी, संजय सिंह, संजय यादव आदि मजदूर नेता उपस्थित रहे।