औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ की औरंगाबाद जिला इकाई के बैनर तले पंचायत से लेकर जिला कार्यालय में कार्यरत सभी कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। हड़ताल के 11 वें दिन गुरुवार को भी हड़ताल शहर के दानी बीघा में धरना पर बैठे रहे।
धरना को संबोधित करते हुए कार्यपालक सहायकों ने कहा कि सरकार हमारे साथ अन्याय कर रही है। हम अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं, पर सरकार के अधिकारी हमारी मांगों पर सकारात्मक विचार करने के बजाय धमकी भरा पत्र भेज रहे हैं, जो लोकतंत्र का हनन है। धरना का नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्ष भूपेंद्र ठाकुर ने कहा कि उच्च स्तरीय समिति के रिपोर्ट के आधार पर सरकार द्वारा 60 साल तक सेवा नियमित की गई है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा संकल्प पत्र भी जारी किया गया है। इसके बाद भी बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन के अधिकारी बारी बारी से कार्यपालक सहायकों को हटा कर पैनल में वापस कर रहे हैं। उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट के अनुसार पैनल वापस भेजने पर दूसरे विभागों में समायोजन किया जाना है, पर ऐसा नहीं किया जा रहा है। सभी विभागों में बेल्ट्रॉन के माध्यम से कर्मियों को बहाल करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। कार्यपालक सहायकों को भी बेल्ट्रॉन के तर्ज पर परीक्षा लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है, जो अनुचित है। कार्यकारी अध्यक्ष कमल कुमार ने कहा कि हम सभी सरकारी प्रक्रिया के अनुसार परीक्षा देकर आए है, तो फिर बाहरी एजेंसी द्वारा परीक्षा लेने का क्या औचित्य है। कहा कि जब तक शासी परिषद की 29वीं बैठक में लिए गए निर्णय को रद्द कर हमारी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं किया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। हड़ताल से जिले के विभिन्न विभागों का कार्य बाधित है। आम जनों को इससे काफी परेशानी हो रही है। इस मौके पर अजय कुमार, छोटू कुमार, प्रदीप कुमार, अनिल कुमार, गणेश कुमार, बलविंदर कुमार, संतोष कुमार, मो. शाह फेजल, अजय कुमार, संतोष कुमार, राजीव रंजन, रंजय कुमार, पंकज पांडेय, आशीष अग्रवाल एवं प्रेम कुमार आदि अपस्थित थे।
दमनात्मक कार्रवाई पर रोक नहीं लगाने पर गोप गुट ने दी आंदोलन की चेतावनी
बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट ने जिलाधिकारी को पत्र देकर कार्यपालक सहायकों के मांगों पर सकारात्मक पहल करते हुए सरकार को अवगत कराने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। महासंघ के जिला सचिव सत्येंद्र कुमार ने पत्र जारी कर कहा कि कार्यपालक सहायक 15 मार्च से लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उच्च स्तरीय समिति के अनुशंसा के आलोक में कार्यपालक सहायकों की सभी मांगे जायज है। इसके बाद भी जिले के कई विभागों में दमनात्मक कार्रवाई करने से संबंधित पत्र निकाला जा रहा है, जो अनुचित है। उन्होंने कहा कि यदि जिला प्रशासन दमनात्मक कार्रवाई करने पर रोक नहीं लगाती है, तो बाध्य होकर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोट गुट के सभी कर्मचारी कार्यपालक सहायकों के समर्थन में हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी। विदित हो कि जिले के विभिन्न संगठन, प्रतिनिधि एवं जनप्रतिनिधियों का समर्थन भी कार्यपालक सहायकों को मिल रहा है। मुखिया संघ द्वारा भी उनकी मांगों का समर्थन किया गया है।