ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी की आत्मा हुई तार-तार, टल्ली हालत में चेले-चपाटियों संग धराएं पातालगंगा मठ के पुजारी, कुल पांच गये जेल

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। विश्व प्रसिद्ध सौर तीर्थस्थल देव के पातालगंगा मठ के संस्थापक स्व. ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी की आत्मा शनिवार को देर रात तार-तार हो गयी। यह तब हुआ जब मठ के पुजारी चेले-चपाटियों के साथ टल्ली हालत में पकड़े गये।

देव पुलिस ने शराब सेवन के आरोप में मठ के पुजारी समेत कुल पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोप यह भी है कि पुजारी शराब पीकर मठ में पूजा कराया करते थे।  जहां लोग मठ-मंदिर में अगाध श्रद्धा के साथ ईश्वर की पूजा-अर्चना करने आते हैं और पुजारी भक्तों को पूजा- पाठ कराते हुए नशे से दूर रहने का उपदेश देते है, वही के पुजारी का शराब के नशे में पकडे़ जाने से निःसंदेह लोगो की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है और पूरे हिंदु समाज में एक गलत संदेश गया है। गौरतलब है कि पातालगंगा मठ में महंथ स्व. ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी की आत्मा बसती है। यह वही ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी है, जिन्होने सदियों पहले पातालगंगा के वन प्रांतर में प्रवास के दौरान प्यास लगने पर खुद और शिष्यों की प्यास बुझाने के लिए अपने तपोबल से चिमटे को धरती पर जोरदार प्रहार कर धरती से गंगा की जलधारा उत्पन्न की थी। उसी जलधारा के प्रवाह से बड़े गड्ढ़े में जमा हुआ पानी आज यहां पातालगंगा कुंड के रुप में विद्यमान है। प्यास बुझाने के बाद ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी ने इसी वन प्रांतर में निवास करने का संकल्प लिया और मठ बनाया, जो आज पातालगंगा मठ के नाम से जाना जाता है। इसी पातालगंगा मठ के पुजारी चेले-चपाटियों के साथ शराब सेवन के आरोप में पकड़े गए हैं।

मठ के पुजारी के टल्ली हालत में पकड़े जाने से मठ की गरिमा को ठेस पहुंची और निःसंदेह मठ के संस्थापक ज्ञानीनंद ब्रह्मचारी महाराज की भी आत्मा आहत हुई होगी क्योकि उन्होने यहां मठ की स्थापना सभ्य और सुसंस्कारी समाज के निर्माण के उदेश्य से की थी। देव थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि शराब सेवन के आरोप में पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान मुजफ्फरपुर निवासी राजकुमार साहनी, सत्यनारायण साहनी, अरुण साहनी, विश्वनाथ साहनी एवं पातालगंगा मठ के पुजारी संजय दुबे के रूप में की गई है। मेडिकल जांच में इन सब के शराब पीने की पुष्टि हुई है। मठ के पुजारी के पर आरोप है कि वें प्रतिदिन शराब सेवन कर मठ में पूजा-अर्चना करते रहे है। इसी के आलोक में सूचना मिलने पर पुलिस ने मठ में छापेमारी की और और पुजारी समेत पांच लोग टल्ली हालत में पकडे़ गये। स्वास्थ्य जांच में शराब पीने की पुष्टि के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया है।