औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी के कमांडर इन चीफ संदीप यादव के निधन से संगठन में आई रिक्ततता की भरपाई के लिए नये चीफ के चयन के हेतु अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र में लंगुराही-पचरूखियां के दुर्गम जंगली इलाके में हाल में होनेवाली अति महत्वपूर्ण बैठक को विफल कर दिये जाने से खार खाये नक्सलियों द्वारा बदले की भावना से सामरिक रणनीति तैयार करने के लिए पुनः आहूत बैठक को औरंगाबाद पुलिस ने एक बार फिर विफल कर दिया है।
पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस को स्थानीय सूत्रों से यह गोपनीय सूचना मिली कि मदनपुर थाना क्षेत्र में मुरलीपहाड़ एवं आसपास क्षेत्रों में नक्सलियों का एक बड़ा समूह सुरक्षा बलों पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। हाल के एंटी नक्सल अभियान के फलस्वरूप भी ऐसी संभावना प्रतीत हुई कि नक्सली मदनपुर थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ के तरी कैम्प की स्थापना में भी बाधा डाल सकते है और इसके लिए नक्सली इसी इलाके में बैठक करने वाले है। इस सूचना के आधार पर एसपी एवं 205 कोबरा वाहिनी के समादेष्टा के संयुक्त निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक अभियान(औरंगाबाद एवं गया) के नेतृत्व में सीआरपीएफ की 47 वाहिनी, 205 कोबरा वाहिनी एवं स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने मदनपुर थाना क्षेत्र में मुरली पहाड़ एवं जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के विरुद्ध संयुक्त सर्च अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान इस क्षेत्र से अवैध शस्त्र एवं गोली से भरा हुआ एक संदिग्ध बोरा बरामद किया गया। संदिग्ध बोरे से भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद बरामद किया गया। बरामद सामग्रियों में एचके-335.56 एमएम कैलिबर का एक एसॉल्ट रायफल, यूबीजीएल अटैच एचके-33 एसॉल्ट रायफल, दो लोडेड मैगजिन, 123 लाइव राउंड्स, 6 यूबीजीएल राउंड, एक मोटोरोला का वायरलेस सेट, एक एम्यूनिशन पाउच एवं 6 ड्यूरा सेल बैट्री शामिल है।
उन्होने बताया कि जब्त सामानों को विधिवत जब्ती सूची तैयार कर मदनपुर थाना लाया गया है। इस मामले में मदनपुर थाना में भादवि की धारा-25(1बी) ए, 26 आर्म्स एक्ट एवं 13ध्20 यूएपीए एक्ट एवं 4/5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत प्राथमिकी संख्या-319/22 दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में 6 को नामजद एवं 10-15 अज्ञात नक्सलियों को आरोपी बनाया गया है। एसपी ने कहा कि हाल-फिलहाल के छापेमारी अभियान से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा है। कहा कि नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस का छापेमारी अभियान लगातार जारी है और इसमें निरंतरता बनी रहेगी।