औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बाल बंदियों की फरारी को लेकर शुरु से ही विवादो में रहे बिहार के औरंगाबाद स्थित प्लेस ऑफ सेफ्टी में एक बाल बंदी की बेरहमी से पिटाई हुई है।
बंदी के पूरे शरीर पर पिटाई से हुए जख्म के गहरे लाल-लाल निशान है। ये निशान चीख चीख कर कह रहे है कि बाल बंदी को बेरहमी से पीटा गया है। किसने और क्यो पीटा, इसकी कहानी बंदी द्वारा अपनी व्यथा सुनाते हुए उसके द्वारा वायरल किया गया यह वीडियो बयान कर रहा है।
हालांकि हम वायरल पुष्टि नही कर रहे है। वायरल वीडियो औरंगाबाद के प्लेस ऑफ सेफ्टी के पूरे सिस्टम की पोल पट्टी खोल रहा है। वायरल वीडियो में बिहार के सीवान जिले के असव थाना क्षेत्र का निवासी बाल बंदी कृष्णा सिंह उर्फ आशु सिंह अपना दुखड़ा सुनाते हुए कह रहा है कि औरंगाबाद के प्लेस ऑफ सेफ्टी में बरती जा रही अनियमितताओं और अन्य समस्याओं की शिकायत उसने न्यायाधीश से की थी।
इसी शिकायत के बाद प्लेस ऑफ सेफ्टी के अधीक्षक विक्रमादित्य पाल, पीओ बैजनाथ कुमार और बीएमपी के तीन सशस्त्र जवानों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की है। पीड़ित ने वीडियो में खुद की प्राण रक्षा के लिए सीवान जेल भेजने की भी गुहार लगाई है।
बताया जाता है कि बाल बंदी पहले आपराधिक मामले में काफी दिनों से सीवान जेल में बंद था। बाद में उसे औरंगाबाद के प्लेस ऑफ सेफ्टी भेज दिया गया और यही प्लेस ऑफ सेफ्टी में उसकी बेरहमी से पिटाई की गई है।
वही इस मामले में प्लेस ऑफ सेफ्टी को संचालित करने वाले विभाग बाल संरक्षण इकाई के मुखिया यानि सहायक निदेशक सह वरीय उप समाहर्ता सुजीत कुमार ने मामले की लीपापोती करते हुए कहा कि बाल बंदी की पिटाई नही हुई है बल्कि बंदियों ने ही आपस में झगड़ा किया है। इसी झगड़े में वह घायल हुआ है और उसे चोटे आई है।
प्लेस ऑफ सेफ्टी प्रशासन की सख्ती से बंदियों को मनमानी करने की छूट नही मिल पा रही है। इसी वजह से आपसी झगड़े में घायल हुए बंदी ने प्रशासन को बदनाम करने के लिए यह आरोप लगाया है।
यह पूछे जाने पर कि प्लेस ऑफ सेफ्टी के अंदर मोबाइल और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं आ जाती है और वहां पिटाई का वीडियो बनाकर उसे वायरल तक किया जाता है, आखिर यह सब कैसे हो रहा है।
इस पर बचते बचाते हुए कहा कि समय समय पर प्लेस ऑफ सेफ्टी में जांच कराई जाती है और जांच में कभी कभार आपत्तिजनक और गैर जरूरी वस्तुएं मिलती है। स्वीकार किया कि व्यस्था में कुछ खामियां हो सकती है। इसकी पुनः जांच कराई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।