नक्सलियों के गढ़ लंगुराही-पचरुखियां में जन स्वास्थ्य सर्वे करने पहुंची हेल्थ विभाग की टीम

मदनपुर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। मदनपुर के अति संवेदनशील और नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले इलाके के लंगुराही और पचरुखिया सहित जंगलों में बसे अन्य गांवों में गुरुवार को आजादी के 70 साल बाद पहली बार जन स्वास्थ्य सर्वे और आकलन के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची।

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टीम ने इन गांवों में बसे लोगो के स्वास्थ्य का जायजा लिया तथा सर्वे किया। टीम का नेतृत्व आशा कार्यकर्ता कांति कुमारी ने किया। टीम में केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक धीरेन्द्र सिंह गर्ग और यूनिसेफ के ब्लॉक मोबलाइजेशन कोर्डिनेटर दीपक सिन्हा शामिल थे। ये ऐसे अत्यंत दुर्गम क्षेत्र है, जहां केवल पुलिस ही जाया करती है। वहां पहली बार सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओ की किरण पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहुंचे। लंगुराही और पंचरुखिया बस्ती को भौगोलिक दृष्टिकोण से औरंगाबाद जिले का सबसे दुर्गम क्षेत्र माना जाता है। टीम की नेतृत्वकर्ता आशा कार्यकर्ता कांति कुमारी पहले भी वहां जाकर सर्वे करती रही हैं और अब केयर इंडिया और यूनिसेफ की टीम का वहां पहुंचना बस्ती वालों के लिए एक बड़ी उम्मीद लेकर आया है। जनस्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे संस्थान केयर इंडिया का लंगुराही और पंचरूखिया पहुंचने का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य, नवजात शिशु की देखभाल और परिवार नियोजन को लेकर था। यूनिसेफ ने शिशुओं के टीकाकरण एवं आशा के सर्वे के आकलन के साथ ही विटामिन ए की खुराक के लिए बच्चों को चिन्हित किया।

गौरतलब है कि आशा के तौर पर कार्य कर रही कांति कुमारी इस क्षेत्र में समय समय पर अकेले जाती रही हैं। जंगलों और पहाड़ों के बीच से होते हुए तकरीबन 8 किलोमीटर का रास्ता तय कर लंगुराही, पचरुखिया के लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देना आशा के मजबूत इरादों और कार्य के प्रति समर्पण को दर्शाता है। भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद यहां पर काम करने वाली आशा कांति कुमारी कहती हैं कि हमारी नियुक्ति ही इसलिए की गयी है कि हम अपने क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सेवाओं को पहुंचा पाएं। ऐसे में मुझे यह बात बहुत संतोष देती है कि ऐसे रिमोट इलाके के लोगों के लिए भी मैं कुछ कर पाती हूं। यूनिसेफ के बीएमसी दीपक सिन्हा कहते हैं कि सभी बच्चों का टीकाकरण हो जिससे वे स्वस्थ हो पाएं, उन्हें गंभीर बीमारियों से प्रतिरक्षित किया जा सके। यही हमारा परम उद्देश्य है और इसी को लेकर हमने तय किया है कि अपने कार्यक्षेत्र में आने वाले सभी बच्चांे का सम्पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित हो चाहे वे किसी भी इलाके में क्यों न हों। केयर इंडिया के प्रखण्ड प्रबंधक धीरेन्द्र सिंह गर्ग ने आशा कार्यकर्ता के जज्बे की सराहना की और बताया कि केयर इंडिया का उद्देश्य हर मानव आबादी तक स्वास्थ्य सेवाओं और परामर्शों को पहुंचाना है, चाहे रास्ता कठिन और दुर्गम ही क्यो न हो। पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. सत्यनारायण प्रसाद ने बताया कि जन स्वास्थ्य सर्वे का कार्य चल रहा है। प्रखंड के दुर्गम से दुर्गम क्षेत्र जहां पहुंचना मुश्किल होता है, वहां भी हमारे स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पहुंच कर स्वास्थ्य सेवा देने का काम करते हैं।