लखनऊ:(लाइव इंडिया न्यूज़ 18) हाथरस गैंगरेप केस को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अब सख्त रुख अपना लिया है. उन्होंने खुद दोषियों को जल्द से जल्द भविष्य के लिए उदाहरण प्रस्तुत करने वाला दंड देने की बात कही है. वहीं प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर व कुछ अन्य के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.इसके साथ सीएम योगी ने वादी प्रतिवादी प्रशासन सभी लोगों का नारको पॉलीग्राफ टेस्ट जल्द से जल्द कराने के भी निर्देश जारी किए हैं. यानी अब दोनों पक्षों समेत अधिकारियों का भी नार्को टेस्ट कराया जाएगा. हालांकि इस मामले में डीएम प्रवीण कुमार पर भी कार्रवाई के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अभी तक उन पर कार्रवाई की कोई घोषणा नहीं हुई है.इस मामले में हाथरस प्रशासन की गुंडागर्दी को देख योगी आदित्यनाथ किसी भी वक्त डीएम और एसपी पर कार्रवाई की घोषणा कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि जिस प्रकार हाथरस प्रशासन ने इस पूरे मामले को हैंडल किया है उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं और जल्द ही कार्रवाई के आसार हैं.वहीं पीड़िता के घर जाने पर मीडिया बैन को भी जल्द खत्म किया जा सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि कुछ देर में राज्य सरकार इसका ऐलान कर सकती है. आपको बता दें कि डीएम प्रवीण कुमार पर गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो परिवार को धमकाने और दबाव डालने का प्रयास कर रहे हैं. गुरुवार को हाथरस से एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें जिले के डीएम पीड़ित परिवार को धमकी देते हुए दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वो वीडियो में पीड़ित परिवार से अपना बयान बदलने को कहते नजर आ रहे हैं. हालांकि वीडियो वायरल होने पर उनसे जब सवाल किए गए तो उन्होंने वीडियो को भी गलत बता दिया और कहा कि वो सिर्फ पीड़ित परिवार का हाल जानने गांव में गए थे.सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में सीएम ऑफिस ने अधिकारियों की भूमिका पर रिपोर्ट मांगी है. जिसके चलते ये कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों अधिकारियों को सस्पेंड किया जा सकता है. आपको बता दें कि हाथरस प्रशासन की कार्रवाई को देख देशभर में लोगों का गुस्सा बढ़ गया है जिस कारण राज्य सरकार की छवि भी खराब हो रही है. इसलिए दोनों अधिकारियों की रिपोर्ट मंगाई गई है.