- कृषि कानून न केवल दमनकारी है बल्कि अलोकतांत्रिक भी है : दिलीप
मुंगेर(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। मुंगेर में केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ एक मोटरसाइकिल मार्च निकाला गया जो भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के नेतृत्व में महागठबंधन द्वारा निकाला गया। इस रैली में सैकड़ों की संख्या में किसान युवा शामिल हुए। रैली की शुरुआत मुंगेर रेलवे स्टेशन से हुई और मुख्य बाजार से होते हुए शहीद स्मारक के पास एक सभा में परिवर्तित हो गया।
सभा की अध्यक्षता संजिवन ने की। शुरुआत भाकपा के जिला मंत्री दिलीप ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि किस तरह आज सरकार किसानों के प्रति निर्दय हो गई। यह अंग्रेज शासन की याद ताजा कर दिया है जो नील के किसानों के आंदोलन नहीं देखा है वो आज का आंदोलन देख लें। किसान नेता नरेश सिंह यादव ने बताया कि बिहार के किसानों की दशा मंडी सिस्टम नहीं रहने के कारण आज देश में सबसे दयनीय है। हम तो MSP के लिए लड़ रहे हैं और वो हमें बाजार पर निर्भर होने के लिए कह रहा है।
AITUC के राज्यकार्यकारिणी के नेता अमरनाथ ने कहा कि यह काला कानून न केवल किसानों के विरुद्ध है बल्कि आम आदमी के खिलाफ भी है। आज तक जिसे आनाज की कालाबजारी कह रहे थे उसे अब मान्यता मिल गया है। उद्योग पतियों को असिमित भंडारण का अधिकार देकर सरकार देश में कृत्रिम भुखमरी को न्योता दे दिया है। डी जे कालेज के प्राचार्य प्रो सब्बीर हसन ने कहा कि आज तक हम ऐसे कार्पोरेट परस्त सरकार नहीं देखे हैं इस सरकार को किसान मजदूर और आम आदमी दिखता हीं नहीं है।
AIYF जिला सचिव लखन ने कहा हम सब किसान परिवार से हैं और आज भी किसानों पर ही निर्भर है और यह सरकार किसानों को हीं मारने पर लगी है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके संगठन का एक जत्था बापूधाम चंपारण से दिल्ली गई है। सभा का समापन RJD जिला अध्यक्ष देवकीनंदन सिंह ने किया उन्होंने सभी साथियों को धन्यवाद दिया साथ हीं 30 जनवरी को मानव शृंखला में शामिल होने का न्योता भी दिया। यह शृंखला किला से शुरू हो कर पूरे मुंगेर में किया जाएगा। यह शृंखला भी महागठबंधन की तरफ से आयोजित किया गया है जो किसानों के समर्थन में किया जाएगा।