औरंगाबाद में मिला हवाई जहाज के निर्माण में इस्तेमाल होनेवाले धातु क्रोमियम सिल्वर का भंडार, शीघ्र होगा उत्खनन, टेंडर की प्रक्रिया शुरू

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के देजना में हवाई जहाज के निर्माण में इस्तेमाल किये जाने वाले बेशकीमती धातु क्रोमियम सिल्वर का भंडार मिला है। यह भंडार जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा किये गये सर्वे में पाया गया है। बिहार सरकार इसके खनन की प्रक्रिया पूरी कराने में लगी है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद खनन का काम शीघ्र ही आरंभ हो जाएगा।

औरंगाबाद के जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि सरकार शीघ्र ही क्रोमियम के खनिज ब्लॉक से खनन शुरू कराएगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। टेंडर के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होने कहा कि औरंगाबाद के मदनपुर के देजना में जमीन के अंदर बड़ी मात्रा में क्रोमियम का भंडार मौजूद हैं। इस क्षेत्र में 8 वर्ग किलोमीटर में क्रोमियम का भंडार पाया गया हैं। इसका खनन जल्द ही कराया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही काम शुरू हो सकता है। गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्रीय खान मंत्रालय ने बिहार को चार खनिज ब्लॉक सौंपे हैं। ये खान क्रोमियम और पोटैशियम के हैं। ये खान रोहतास, गया एवं औरंगाबाद जिले में स्थित हैं। इस मामले में केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बिहार के खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम को खनिज सर्वे के दस्तावेज सौंपे थे। तब केन्द्र ने 14 राज्यों को विभिन्न खनिजों के 100 ब्लॉक सौंपकर उनसे इनकी जल्द से जल्द नीलामी कराने का आग्रह किया था। इसी के आलोक में निविदा की प्रक्रिया शुरू की गयी है।


क्या है क्रोमियम सिल्वर-

क्रोमियम सिल्वर सफेद रंग का धातु होता है। इसमें हल्के नीले रंग की झलक होती है। यह कठोर और जंग रोधक धातु है। इसका इस्तेमाल हवाई जहाज और मोबाइल बनाने में भी किया जाता है। अगर इसे इस्पात में मिलाया जाये तो इस्पात पर जंग और धब्बे नहीं लगते। इस कारण से इसे श्स्टेनलेस स्टीलश्(जंगरोधी इस्पात) बनाने के काम में भी लाया जाता है। हालांकि मानव शरीर को भी बहुत ही हल्की मात्रा में क्रोमियम आहार में आवश्यक होता है लेकिन अधिक मात्रा में यह विष की तरह काम करता है।