दाउदनगर में पहली बार महिला ने रक्तदान कर दूसरी महिला की बचाई जान, रक्त वीरांगना बन गई रेणु

दाउदनगर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। दाउदनगर में पहली बार एक महिला ने रक्तदान कर किसी की जान बचाई है। रक्तदान करने वाली महिला रेणु देवी सामाजिक संगठन हैंड्स ऑफ प्रकाश चन्द्रा की सदस्य है। इस रक्त वीरांगना ने खुदवां थाना क्षेत्र के रामनगर गांव की निवासी संगीता देवी के लिए रक्तदान कर उसका जीवन बचाया है।

बताया जाता है कि महिला की तबीयत कुछ दिनों से ज्यादा खराब हैं। उसे दाउदनगर के एक निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने जांच में उसके शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा बहुत कम पाई। डॉक्टर ने तुरंत मरीज को ब्लड चढ़ाने के लिए कहा पर मरीज के परिवार से ब्लड का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। मरीज के परिजनों ने पहले अपने परिवार के लोगों का ब्लड जांच कराया पर किसी का ब्लड ग्रूप मैच नहीं किया। इसी हॉस्पिटल मे फेसर थाना क्षेत्र के उन्थू गांव की निवासी हैंड्स ऑफ प्रकाश चंद्रा के सदस्य रामजी पासवान इलाज के लिए आये थे। उन्होंने पहले अपना ब्लड डोनेट करने की इच्छा जाहिर की फिर उनकी पत्नी रेणु देवी ने भी इच्छा जताई और दोनों ने अपना ब्लड ग्रुप जांच कराया। दोनों का ब्लड ग्रुप मैच कर गया।

जब रामजी जी ब्लड डोनेट करने के लिए आगे आये तो उनकी पत्नी जिद करने लगी कि मैं ही ब्लड डोनेट करूंगी। जिद के सामने पति की नही चली। फिर उनकी पत्नी ने अपना ब्लड डोनेट किया जिससे उस महिला की जान बच सकी। जब इसकी जानकारी भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी दाउदनगर के सचिव, हैंड्स ऑफ प्रकाश चन्द्रा के संरक्षक, युग संस्कृति न्यास के बिहार प्रदेश प्रमुख एवं लोजपा(रामबिलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा को हुई तो उन्होंने रेणु देवी का इस महादान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कहा कि आप जैसे लोग मानवता की मिसाल है। आपने साबित कर दिया कि महिलाएं भी अब किसी से कम नही रही। आप से प्रेरित होकर और भी लोग रक्तदान कर लोगो की जान बचाने का काम करेंगे। रक्तदान से बड़ा कोई दान नही है। इस मौके पर चिंटू मिश्रा, रामजी पासवान, सुनील कुमार, निरज मिश्रा, मो. मिस्टर एवं राहुल पांडेय उपस्थिति रहे।