पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। 11 करोड़ से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाला के मामले में बिहार राज्य निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की आर्थिक अपराध इकाई ने औरंगाबाद के जिला कल्याण पदाधिकारी (DWO) समेत 41 आराेपितों के खिलाफ नामाजद प्राथमिकी दर्ज की है। निगरानी ने दर्ज प्राथमिकी के अनुसंधान में पाया कि वर्ष 2012 से 2016 के बीच प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के मद से 11करोड़ 70 लाख 96 हजार 400 रुपये का गबन किया गया है।
जांच में जिला कल्याण पदाधिकारी शांति भूषण आर्य ने 8 बैंक खातों के माध्यम से ऐसे 19 विद्यालय को छात्रवृत्ति की राशि भेजी को सरकारी नहीं थे। साथ ही 17 ऐसे विद्यालय हैं जिनमें छात्रों के अनुपात में अधिक छात्रवृत्ति भेजकर गबन किया गया। निगरानी ने शांति भूषण के अलावा छात्रवृत्ति सहायक विजय कुमार, तत्कालीन नाजिर जनक नंदन सिंह, राजकीय उच्च विद्यालय देव, मध्य विद्यालय नवीनगर, बालिका उच्च विद्यालय माली, राजकीय ज्ञानोदय हाई स्कूल अंबा, संस्कृत मध्य विद्यालय इटवा, बालिका उच्च विद्यालय खरकौनी, सर्वोदय मध्य विद्यालय रामनगर ओबरा समेत 41 के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
निगरानी ने शुक्रवार को दर्ज प्राथमिकी को विशेष न्यायाधीश मनीष द्विवेदी की आदालत में सौंप दी। इसके आधार पर अदालत में विशेष मुकदमा कायम किया गया है। जिला कल्याण पदाधिकारी समेत 41 के खिलाफ दर्ज मामले के बाद जिले के शिक्षा महकमा व कल्याण विभाग में हड़कंप मच गया है।