औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार पंचायत आम निर्वाचन-2021 के द्वितीय चरण के चुनाव के लिए औरंगाबाद जिले के नबीनगर प्रखंड में हो रहे नामांकन के पांचवें दिन शनिवार को सैलाब सा उमड़ पड़ा।
चूंकि त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में संख्यात्मक दृष्टिकोण से सर्वाधिक पद पंचायत(वार्ड) सदस्य एवं पंच के ही है। लिहाजा इन दोनो ही पदों के लिए सबसे ज्यादा नामांकन दाखिल हुए।
इन पदों के लिए नये उम्मीदवारों के नामांकन में जुलूस जैसा ताम झाम तो नही रहा लेकिन जो प्रत्याशी निवर्तमान वार्ड सदस्य और उप मुखिया है, का नामांकन जुलूस मुखिया प्रत्याशियों के जुलूस से मुकाबला करता दिखा।
इसकी माकूल वजह यह है कि ये न केवल लोकतंत्र की प्रथम सीढ़ी ग्राम व पंचायत स्तरीय सत्ता का सुख भोग चुके है बल्कि नल जल योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना के काम का क्रेडिट और योजना का अंदरूनी लाभ ले चुके है।
यही वजह रही कि ऐसे उम्मीदवारो के नामांकन में थोड़े लटके झटके जरूर दिखे।
वही राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत ज्यादा लाभकारी नह़ी हाेने के बावजूद पंच पद के प्रत्याशियों ने भी बड़ी संख्या में नामांकन किया।
नामांकन को लेकर नबीनगर प्रखंड कार्यालय परिसर और आसपास के इलाके में पूर्वाहन 10 बजे से लेकर अपराह्न 4 बजे तक काफी गहमागहमी रही।
इस दौरान मुखिया, पंचायत(वार्ड) सदस्य, सरपंच, पंच एवं पंचायत समिति सदस्य के पदों के लिए बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने जीत की चाहत लिए नामांकन का पर्चा दाखिल किया।
उम्मीदवारों के नामांकन जुलूस के कारण दिन के दस बजे से लेकर चार बजे तक नबीनगर प्रखंड कार्यालय के पास करीब दो किलोमीटर की लंबाई में नबीनगर-अम्बा पथ पर जाम की स्थिति रही।
जाम और नामांकन जुलूस में उम्मीदवारों और उनके समर्थको ने जमकर पसीने बहाएं।
बरसात की उमस भरी गर्मी और तेज धुप ने उम्मीदवारों और समथकों को बेहाल किया।
फिर भी उत्साह में कही कोई कमी नही आयी। धुप और गर्मी के कारण पसीने से तर बतर होने के बावजूद समर्थको के उत्साह में कही से कोई कमी नजर नही आई।
उत्साहित समर्थकों ने अपने उम्मीदवारों के समर्थको ने जमकर नारे लगाएं।
समर्थकों की नारेबाजी से नबीनगर प्रखंड के आसपास का पूरा ईलाका नामांकन के दौरान गुंजायमान होता रहा।
आधी आबादी भी पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में मिले हुए एक तिहाई आरक्षण के कारण पूरे उत्साह के साथ ग्राम स्तरीय लोकतंत्र के महापर्व में जमकर भागीदारी निभाती नजर आई।
आधी आबादी ने भी पुरूष उम्मीदवारों के नामांकन के लटके झटके के समान ही पूरे ताम झाम के साथ नामांकन किया।
यहां भी महिला सशक्तिकरण की झलक साफ़ तौर से देखने को मिली।
हालांकि एक वह भी वक्त था जब 23 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद वर्ष 2001 त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव हुए थे।
उस वक्त नामांकन जुलूस बहुत ज्यादा लटके झटके नही हुआ करता था।
उम्मीदवार गिने चुने समर्थको के साथ प्रखंड कार्यालय नामांकन किया करते थे, पर अब पंचायती राज संस्थाओं के सम्मानजनक पदों पर काबिज़ होने का क्रेज सा चल पड़ा है।
इसका असर पंच और पंचायत सदस्य के छोटे से पद पर भी अच्छा खासा दिख रहा है।
पंचायती राज संस्थाओं के इऩ छोटे पदो में एक पद के लिए औसतन छः उम्मीदवार नामांकन कर रहे है।
नामांकन के दौरान की तस्वीरे देखते ही बन रही है।
शनिवार को भी पंचायत(वार्ड) सदस्य, मुखिया, पंच, सरपंच और पंचायत समिति सदस्य पद के लिए थोक के भाव में नामांकन दाखिल किए गये।
नामांकन दाखिल करने वाले प्रमुख उम्मीदवारों के रूप में बरियावां पंचायत से पंचायत समिति(उतरी) क्षेत्र संख्या-11 से बतौर प्रत्याशी उदय कुमार सिंह, टंडवा पंचायत के वार्ड संख्या-11 से पंचायत सदस्य पद की उम्मीदवार अनीता देवी, चंद्रगढ़ से मुखिया पद के लिए मो. बशारत अंसारी, जयहिंद तेंदुआ पंचायत से मुखिया के लिए राजेंद्र प्रसाद मेहता, बसडीहा से पंचायत समिति सदस्य पद के लिए अनीता देवी, बरियावां से पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या-11 उतरी के लिए रजनीश कुमार पाठक, नाउर पंचायत से मुखिया के लिए कुमारी संजू, बैरिया से पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या-7 उतरी के लिए राजीव सिंह उर्फ गुड्डू सिंह, मुंगिया से मुखिया के लिए जयप्रकाश सिंह, इसी पंचायत से पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या-28 उतरी से कमला देवी, पिपरा पंचायत से मुखिया के लिए सुमन कुमार सिंह, सोनौरा से पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या-5 उतरी के लिए अनील सिंह, सोनौरा से मुखिया के लिए संजय कुमार चौधरी, केरका से मुखिया के लिए बेबी देवी, सोरी से मुखिया के लिए इंद्रजीत सिंह उर्फ जीत सिंह, मझियावां से मुखिया के लिए वीरेंद्र ठाकुर, बरियावां से पंचायत समिति सदस्य क्षेत्र संख्या-10 के लिए कुंती देवी एवं राजपुर पंचायत से मुखिया पद के लिए सस्वती देवी आदि शामिल है।