ओबरा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। ओबरा प्रखंड में चंदा-रजवारा नहर इन दिनों नाले में तब्दील हो गयी है। नहर के नाले में तब्दील होने से किसान आक्रोशित है।
http://जदयू की चुनावी समीक्षा बैठक 12 दिसंबर को
किसानों की माने तो संबंधित पदाधिकारी इसके प्रति उदासीन है। नहर का बैंक क्षतिग्रस्त होने को लेकर किसान बेहद आक्रोश में है। किसानों ने वरीय अधिकारियो से नहर के बैंक की मरम्मत कराने की मांग की है। किसानों ने बताया कि अब कुछ ही दिनों में गेंहू के पटवन के लिए पानी की आवश्यकता होगी। इस स्थिति में नहर की मरम्मत एवं नहर बैंक के नाले की सफाई कराने की अति आवश्यकता है। चंदा-रजवारा नहर अरंडा से लेकर एकौना तक मिट्टी से भर गयी है। इस कारण नहर में गंदगी का अंबार लग गया है। ऐसे स्थिति में नहर की सफाई कराना अति आवश्यक है। समाजसेवी उदय सिंह, विध्यांचल सिंह, शालिग्राम सिंह, गैनी पैक्स अध्यक्ष राजू सिंह, समाजसेवी मुन्ना सिंह ने बताया कि जहां-तहां नहर के दोनों तरफ से बैंक भी क्षतिग्रस्त हो गए है। नाले मिट्टी से भर गए है।
इस स्थिति के बावजूद संबंधित अधिकारी सुधी लेने नही पहंुचते है। सिचाई विभाग के एसडीई एवं कनीय अभियंता से भी संपर्क साध कर मरमम्त हेतु आवेदन देना चाहते है। कोई भी इसके प्रति रुचि नही लेते है। किसानों ने कहा कि कई बार सिंचाई कार्यालय में पहुचकर मरम्मत करने की आवाज उठाई पर अभी तक ठीक नही किया गया। किसानों ने सिंचाई विभाग के वरीय अधिकारियो सेे नहर के बैंक की मरम्मत एवं नाले की मिट्टी की सफाई मांग की ताकि कुछ दिनों में गेहूं के पटवन में असुविधा न हो। गैनी पैक्स के अध्यक्ष राजू कुमार ने कहा कि चंदा-रजवारा नहर की मरम्मत नही कराई गई तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी और आंदोलन होगा।