औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। विश्व जनसंख्या दिवस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के विभिन्न संस्थानों में परिवार स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया। जिला स्तर पर औरंगाबाद सदर अस्पताल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिला मुख्यालय स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। गौरतलब है कि हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस का आयोजन किया जाता है। लगातार बढ़ रही आबादी की समस्या के प्रति जन जागरूकता के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के लिए इस वर्ष का थीम-परिवार नियोजन का अपना उपाय, लिखो तरक्की का नया अध्याय है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस पर हम विगत वर्षो की भांति परिवार स्वास्थ्य मेला का आयोजन कर रहे हैं। इस मेले में सभी प्रकार के गर्भनिरोधक साधनों का प्रदर्शन, परिवार नियोजन ऑपरेशन के इच्छुक लाभार्थियों का ऑपरेशन के लिए निबंधन एवं परिवार नियोजन के लिए आवश्यक परामर्श की व्यवस्था की गई है। साथ ही 11 जुलाई से 31 जुलाई के बीच सभी संस्थानों में नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण ऑपरेशन की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। सिविल सर्जन डॉ कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या विश्व की सबसे बड़ी समस्या है। इसको रोकने के लिए लोगों को जागरूक होकर आगे आना होगा। जन जागरूकता हेतु सरकार द्वारा बराबर प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में जिले के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार कल्याण ऑपरेशन की व्यवस्था की गई है। ऑपरेशन कराने पर लाभार्थियों एवं उत्प्रेरकों के लिए अलग-अलग प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था भी गई है। तीन महीने के अंतराल पर लगाये जाने वाले गर्भनिरोधक सुई अंतरा लगाने पर भी एक सौ रुपए की प्रोत्साहन राशि लाभार्थियों को दिए जाने का प्रावधान है।
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस पर आहूत जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में स्थाई एवं अस्थाई साधनों की मुफ्त व्यवस्था की गई है। न सिर्फ परिवार नियोजन पखवाड़े के दौरान बल्कि पूरे साल ऑपरेशन की व्यवस्था है। इच्छुक लाभार्थी ऑपरेशन के लिए कभी भी सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक के संस्थानों में संपर्क कर सकते हैं। डीपीएम डॉ. कुमार मनोज ने कहा कि सदर अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र तक परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का वितरण किया जा रहा है तथा जिला अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर फैमिली प्लैनिंग ऑपरेशन कराने की व्यवस्था की गई है। सर्वे के अनुसार एक महिला अपने रिप्रोडक्टिव एज में औसतन तीन से अधिक बच्चे को को जन्म देती हैं। इस दर को कम कर दो पर लाने की सरकार की योजना है। इस दौरान जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रवि रंजन, केयर की टीम लीडर उर्वशी प्रजापति, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चैबे, अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन, जिला स्वास्थ्य समिति के प्रभारी जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी अविनाश कुमार, माइक्रोबायोलॉजिस्ट रवि रंजन कुमार, जिला स्वास्थ्य समिति के कर्मी अशोक कुमार राजेश कुमार सहित सदर अस्पताल के अन्य चिकित्सक एवं कर्मी उपस्थित रहे।