औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री डॉ. सुरेश पासवान ने 2022-23 के केंद्रीय आम बजट को पूर्ण रूप से दिशाहीन करार दिया है।
कहा कि इस बजट में न तो बेतहाशा बढ़ती मंहगाई को कम करने की कोई चर्चा है। न ही बेरोजगारों के लिए रोजगार सृजन का जिक्र है। किसान और कृषि को तो बिल्कुल अनदेखा किया गया है। एमएसपी गारंटी कानून बनाने पर तो एक शब्द भी नहीं बोला गया, जिसके लिए तेरह महीने तक देश के किसानों ने आंदोलन किया। स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कोई आधारभूत बात नहीं किया गया जबकि कोरोना महामारी ने विगत दो वर्षो से स्वास्थ्य और शिक्षा को जिस तरह से बर्बाद किया है, सबसे ज्यादा इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए था।
लेकिन वर्तमान मोदी सरकार के प्राथमिकता में आम आदमी का कोई स्थान नहीं है। यहां तो सिर्फ कारपोरेट घरानों की बल्ले बल्ले है। मनरेगा जैसी योजना जो सीधे मजदूरों से जुड़ी हुई है, के बजट में भी कटौती करना यह साबित करता है कि मोदी सरकार ने गांव, गरीब, किसान, मजदूर, बेरोजगारी, महंगाई, स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा, नौकरी, पेशा सहित आम आवाम को निराश करने का काम किया है। इसीलिए बजट पर चर्चा के दौरान देश के वरिष्ठ पत्रकार एवं अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि प्रस्तुत बजट का हेडलाइन क्या दिया जाए समझ से परे है। इसलिए कुल मिलाकर यह बजट देश को पीछे धकेलने वाला बजट है। इस बजट से गरीब और गरीब होगा और अमीर, कारपोरेट और मालामाल बनेगा।