ओबरा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। ओबरा बाजार में काली स्थान के पास गुरुवार को ट्रांसफर्मर पर सर्विस लाइन ठीक करने के दौरान एक बिजली बुरी तरह झुलस गया।
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बिजली मिस्त्री मुंगेश्वर महतो अमरपुरा गांव का निवासी है। बताया जाता है कि वह ट्रांसफर्मर पर चढ़कर सर्विस लाइन को ठीक कर रहा था। इसी दौरान वह 11 हजार वोल्ट के बिजली तार के संपर्क में आने से बुरी तरह झुलस गया। जैसे ही यह घटना घटी, वैसे ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गये। तत्काल इसकी सूचना बिजली विभाग के जेई को दी। पावर स्टेशन से लाइन काटने के बाद बिजली मिस्त्री को नीचे उतारा गया और इलाज के लिए ओबरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने स्थिति नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल में उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रोहतास के जमुहार स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं घटना के संबंध में जेई प्रकाश चंद्र ने बताया कि बिजली मिस्त्री की शहरी फिटर में प्रतिनियुक्ति नही थी। वह कारा फिटर में प्रतिनियुक्त था लेकिन गुरुवार को बिना किसी सूचना के शहरी क्षेत्र में सर्विस लाइन बनाने के लिए ट्रांसफार्मर पर चढ़ गया। उसके द्वारा बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी को इसकी सूचना नहीं दी गई कि उसके द्वारा कार्य किया जा रहा है।
गौरतलब है कि इधर कई दिनों से औरंगाबाद-दाउदनगर 33 हजार वोल्ट के केबल में काम किया जा रहा है। इसके कारण बिजली आपूर्ति बाधित रह रही थी। शहरी इलाके में बिजली बहाल करने के लिए गोह फिटर से दाउदनगर के द्वारा लाइन का परिचालन किया जा रहा था लेकिन बिना सूचना के काली स्थान के पास लगे ट्रांसफर्मर पर किसी ग्राहक का सर्विस लाइन ठीक करने के लिए ट्रांसफर्मर स्विच को काटकर चढ़ गया और कार्य को पूरा कर जैसे ही खड़ा हुआ, वैसे ही ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन के 11 हजार वोल्ट बिजली तार के चपेट में आ गया और झुलस गया। उन्होंने बताया कि जो बिजली मिस्त्री शहरी इलाके में नियुक्त किया गया था, उसके द्वारा थोड़ी देर पहले ही अस्पताल के पास खराब तार ठीक किया जा रहा था। इसी दौरान उसके द्वारा बिना किसी के सूचना के कार्य किया जा रहा था। इसके लिए पावर स्टेशन में ऑपरेटर से परमिट नहीं लिया गया था जिसके वजह से जानकारी नहीं थी और जैसे ही ऊपर से लाइन चालू हुआ और वहां पर मौजूद कर्मियों के द्वारा बिजली खुले इलाके में बहाल कर दिया गया। इसके कारण काम कर रहे बिजली मिस्त्री हाईटेंशन करंट के चपेट में आ गया। घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी गयी है। वही इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि मिस्त्री का शरीर का ऊपरी भाग बुरी तरह से झुलस गया है। काफी देर तक बिजली की तार के ऊपर रहने के कारण शरीर के कई हिस्से अंदरूनी तौर पर भी जले हुए हैं। बिजली मिस्त्री 2005 से मानव बल के तौर पर कार्य कर रहा था। बिजली विभाग के एसडीई राजू झा ने बताया कि मिस्त्री के इलाज के लिए जो भी खर्च लगेगा, उसे इंश्योरेंस के तौर पर दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। घटना के बारे में एजेंसी को जानकारी दे दी गई हैं। वहीं विभाग के द्वारा एक टीम गठित कर दिया गया है। टीम द्वारा जांच की जाएगी कि आखिर लापरवाही किसकी है। जिस व्यक्ति की लापरवाही होगी, उस पर कार्रवाई करने की अनुशंसा की जाएगी। बताया जा रहा है कि पावर सब स्टेशन में किसी भी मिस्त्री द्वारा परमिट लेने का रजिस्ट्रेशन नहीं करााया गया है और न ही किसी को उनके कार्य की जानकारी किसी भी अधिकारी एवं लाइनमैन को नहीं दी गई थी, जिसके कारण यह घटना घटी है। इस घटना के बाद बाजार में चैक चैराहे पर काफी चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के उदासीन रवैये के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। लोगों ने बिजली विभाग के पदाधिकारियों को ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को हर हाल में विभाग सहायता राशि मुहैया कराएं अन्यथा बाध्य होकर विभाग के प्रति धरना तथा प्रदर्शन किया जाएगा।