नई दिल्ली.विद्या भूषण शर्मा /लाइव इंडिया न्यूज़ 18 भारत निर्वाचन आयोग ने (Election Commission of India) मंगलवार को देश के 12 राज्यों की 56 विधानसभा सीटों और 1 लोकसभा सीट पर उपचुनाव (By Polls) की तारीखों का ऐलान कर दिया है. आयोग के अनुसार बिहार के 1 संसदीय क्षेत्र और मणिपुर की 2 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव 7 नवंबर को होंगे. जबकि छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, नागालैंड, ओडिशा, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के 53 विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनाव 3 नवंबर को होंगे. इन सभी सीटों पर होने वाले मतदान की मतगणना बिहार चुनाव के साथ 10 नवंबर को होगी.आयोग ने फैसला किया है कि केरल, तमिलनाडु, असम और पश्चिम बंगाल की 7 सीटों पर इस समय उपचुनाव नहीं कराया जाएगा. आयोग ने यह फैसला संबंधित राज्यों के अनुरोध के बाद किया. बयान में आयोग ने कहा कि उसे असम, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के चुनाव अधिकारियों और मुख्य सचिवों से इस संबंध में जानकारी दी गई है. निर्वाचन आयोग ने कहा, ‘उपरोक्त तथ्यों को देखते हुए आयोग ने इस समय असम, केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा की खाली सात सीटों पर उपचुनाव की घोषणा नहीं करने का फैसला किया है.’ इसके अलावा उत्तर प्रदेश की स्वार सीट पर भी उपचुनाव को लेकर फिलहाल कोई घोषणा नहीं की गई.इससे पहले आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव का ऐलान किया था. बिहार चुनाव के शेड्यूल की जानकारी देने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil Arora) ने कहा था कि चुनाव आयोग 29 सितंबर को देश के बाकी राज्यों में उपचुनाव की घोषणा करेगा.
मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर होंगे उपचुनाव
मध्य प्रदेश में 22 सीटों से ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने इस्तीफा देकर कमलनाथ की सरकार मार्च में गिरा दी थी, जबकि दो सीटें भाजपा विधायकों के निधन से खाली हुई हैं. हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर तीन विधायकों प्रद्युम्न सिंह लोधी, सुमित्रा देवी और नारायण पटेल ने इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. इस तरह राज्य में 27 विधानसभा सीटें फिलहाल खाली हो गई, जिस पर 3 नवंबर को उपचुनाव होगा और 10 तारीख तक फैसला हो जाएगा.
इन सीटों पर भी होंगे उपचुनाव
वहीं यूपी में मल्हनी- जौनपुर, बांगरमऊ- उन्नाव ,देवरिया , टूण्डला- फिरोजाबाद, बुलंदशहर, घाटमपुर- कानपुर और नौंगाव सादात सीट पर चुनाव होंगे. यूपी की इन 8 सीटों में से 5 सीटें मौजूदा विधायकों के निधन के कारण खाली हुई हैं. इसमें 4 भाजपा के जबकि एक सपा के विधायक थे. दो सीटें विधायकों की सदस्यता खत्म होने के कारण खाली हुई हैं. इनमें से 1 भाजपा और 1 सपा की हैं, जबकि 1 सीट टूण्डला की सीट से विधायक एसपी बघेल के 2019 में सांसद बनने से ये सीट खाली हुई है.