पुस्तक में सम्राट अशोक के प्रति अभद्र टिप्पणी के खिलाफ फूले समता परिषद ने फूंका लेखक का पुतला

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। थिएटर संचालक दया प्रकाश सिन्हा की पुस्तक में सम्राट अशोक के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने और लेखक पर कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को महात्मा फूले समता परिषद ने शहर के रमेश चैक पर प्रदर्शन तथा लेखक का पुतला दहन किया।

इसके पूर्व परिषद कार्यकर्ताओं ने शहर के शाहपुर अखाड़ा से एक जुलूस निकाला जो पुरानी जीटी रोड होते रमेश चैक पर पहुचकर पुतला दहन के बाद नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया। नुक्कड़ सभा में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मेहता ने लेखक दया प्रकाश सिन्हा को भारत सरकार द्वारा दिए गये पदम श्री को वापस लेने और पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। वही जदयू के प्रदेश सचिव अशोक मेहता ने कहा कि या सम्राट अशोक के इतिहास के साथ छेड़छाड़ के लिए लेखक पर मुकदमा दर्ज किया जाए। कहा कि हम 7 दिन का अल्टीमेटम सरकार को दे रहे हैं। इसके बाद हम उग्र आंदोलन देश स्तर पर करेंगे। हसपुरा मंडल भाजपा के अध्यक्ष अमन कुशवाहा ने कहा कि जिला के बाद हर प्रखंड में पुतला दहन एवं विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम करेंगे। पिंगला पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अरुण कुमार वर्मा ने कहा कि  यह मौर्यवंशियों के सम्मान का मामला है। हम इतिहास के साथ छेड़छाड़ कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

प्रदर्शन में कंचनपुर पंचायत के मुखिया बसंत कुमार, जदयू के वरिष्ठ नेता बैजनाथ प्रसाद, पूर्व मुखिया कमला प्रसाद, जिला पार्षद पुष्पलता देवी, युवा नेता सुजीत कुमार, जदयू के वरिष्ठ नेता जैनेंद्र कुशवाहा, ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र कुशवाहा, रंजीत कुशवाहा, बीजेपी ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष दिलीप मेहता,  विजय कुमार सैनी, विनोद कुमार सिन्हा, अजय कुमार वर्मा, रामप्रसाद मेहता, नरेश मेहता, रमेश मेहता, हरिद्वार कुशवाहा, क्रांतिकारी सेना के सदस्य कौशल कुशवाहा, रोहित मेहता, नीतीश कुशवाहा, संजीव कुशवाहा, चंदन कुशवाहा, राजदीप कुशवाहा, सोनू कुशवाहा, नीतीश कुशवाहा, सुभाष कुशवाहा एवं योगेंद्र कुशवाहा आदि शामिल रहे।