पटना: बिहार विधानमंडल सत्र के दौरान हजारों आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन करके विधानसभा गेट तक पहुंच गईं, जिसे हटाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और वॉटर कैनन का उपयोग किया। इस दौरान एक आन्दोलनकारी महिला बेहोश हो गई और उसे अन्य आन्दोलनकारियों ने अस्पताल ले जाया।
आंगनवाड़ी सेविका और सहायिकाओं का आंदोलन पहले से चल रहा है, जिसमें मानदेय बढ़ाने और स्थायी नियुक्ति की मांगें हैं। इन मांगों के समर्थन में हजारों आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका विधानसभा गेट के पास पहुंच गईं, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
गौरतलब है कि अभी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है और इस सत्र का आज दूसरा दिन है। सत्र को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा पहले से ही धारा 144 लगाई हुई है। प्रदर्शन की सूचना पर पटना के डीएम चन्द्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा मौके पर मौजूद हैं।
सभी आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका को वहां से हटाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। आंगनबाड़ी सेविकाओं की आंदोलन की वजह से आर ब्लाक से लेकर इनकम टैक्स तक जाम लग गया है। बता दें कि कई जिले से बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी सेविकाएं विधानसभा घेराव में पहुंची हैं।
वहीं बिहार विधान सभा मे आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांगों को लेकर सरकार में शामिल सीपीआई व सी.पी.एम. के विधायकों ने विधानसभा कैम्पस में प्रदर्शन किया। सीपीआई विधायक दल के नेता सूर्यकांत पासवान ने कहा कि सरकार को अविलंब सेविकाओं की मांगों पर सहानभूति पूर्वक विचार करते हुए वार्ता करनी चाहिए।