पुलिस की गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए नक्सली कर रहे ड्रोन का इस्तेमाल, सर्च ऑपरेशन में आपत्तिजनक सामानों में ड्रोन मिलने से मिला संकेत                 

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। खुद के खिलाफ चल रहे सर्च ऑपरेशन पर नजर रखने के लिए माओवादी ड्रोन का सहारा ले रहे है।

यह खुलासा औरंगाबाद पुलिस द्वारा अति नक्सल प्रभावित मदनपुर थाना क्षेत्र के दुर्गम जंगली पहाड़ी क्षेत्रों में चलाये गये सर्च ऑपरेशन के दौरान आपत्तिजनक सामानों की बरामदगी से हुई है। पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने सोमवार को यहां प्रेसवार्ता में बताया कि खुफिया इनपुट मिला कि मदनपुर थाना क्षेत्र में डोभा, कसमर स्थान, बंदी, मोरवा, बिदाई नगर, निमिया बथान एवं आसपास के इलाकों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों पर हमला करने की तैयारी की जा रही है। इस सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) मुकेश कुमार एवं 205 कोबरा वाहिनी के उप समादेष्टा संजय बेलवाल के संयुक्त नेतृत्व में कोबरा, सीआरपीएफ की 47वीं वाहिनी एवं स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा इन इलाकों के जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के विरूद्ध संयुक्त सर्च अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान दवाएं, खाद्य सामग्री, एक पीस काले रंग की नक्सल डॉंग्री, 14 मीटर काला कपड़ा, दैनिक उपयोग की क्स्तुएं एवं 70 पीस नक्सल बैज बरामद किया गया, जिसे मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया।

इसके अलावा एक पीस ड्रोन मेक मोविक-2, 15 पीस मोटोरोला सेट, नियर विजन टेस्ट किट एवं नक्सली साहित्य बरामद किया गया। इस मामले में भादवि की धारा 13, 16, 18, 20 एवं यूएपीए एक्ट के तहत मदनपुर थाना में कांड संख्या-459/22 दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में 11 को नामजद एवं 10-15 अज्ञात नक्सलियों को आरोपी बनाया गया है। एसपी ने कहा कि लगातार चलाये जा रहे छापेमारी अभियान से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है और नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए छापेमारी अभियान जारी है। इस छापेमारी में ड्रोन की बरामदगी से साफ है कि नक्सली खुद की सुरक्षा सुनिश्चित करने और पुलिस की गतिविधियों पर निगाह रखने के लिए ड्रोन का सहारा ले रहे है।