स्थानीय यातायात में क्रांतिकारी परिवर्तन के साथ स्वच्छ पर्यावरण के प्रति DMRC की प्रतिबद्धता : एस ए वर्मा

  • पटना मेट्रो टीम निर्माण स्थलों के आसपास फ़्लोरा-फौना एवं ग्रीन बेल्ट को सुरक्षित रखने के उपाय सुनिश्चित करेगी


पटना: दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के कार्यकारी निदेशक, पर्यावरण, एस.ए.वर्मा ने अपने दो-दिवसीय निरिक्षण के दौरान पटना मेट्रो रेल के प्रोजेक्ट स्थलों का दौरा किया और पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का जायजा लिया।

उन्होंने कहा कि डीएमआरसी स्थानीय यातायात में क्रांतिकारी परिवर्तन और समय की बचत के साथ लोगों को एक स्वच्छ पर्यावरण देने के लिए भी प्रतिबद्ध है। इसके लिए हम लोगों को साफ़ एवं स्वच्छ पर्यावरण प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं और उसके लिए हम प्रोजेक्ट निर्माण स्थलों के भीतर और बाहर स्वच्छता के उच्च मानदंडों को बनाये रखने के लिए प्रतिदिन काम कर रहे हैं।

श्री वर्मा ने कहा कि पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में शहर में पर्यावरण के मुद्दों, सफाई एवं स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा गया है जिसके लिए प्रत्येक निर्माण स्थल पर प्रतिदिन साफ़-सफाई सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित टीम लगाई गई है।

उन्होंने अपने दो दिन के दौरे के दौरान मलाही पकरी, खेमनी चक, भूतनाथ, आई एस बी टी, मोईन उल हक़, दानापुर, सुगना मोड़, पाटलिपुत्र और मीठापुर मेट्रो निर्माण स्थलों में मानसून सम्बन्धी तैयारियों पर बल दिया और पटना मेट्रो के निर्माण कार्यों से लोगों को मानसून के दौरान होने वाली असुविधाओं को रोकने के लिए डीएमआरसी के अधिकारियों को निर्देश दिए।

उन्होंने एलसीटी घाट एवं फतुआ के कास्टिंग यार्ड का भी निरिक्षण किया और जारी निर्माण कार्यों के पर्यावरणीय एवं सामाजिक प्रभावों के सम्बन्ध में किये जा रहे उपायों का जायजा लिया। उन्होंने मानसून की तैयारियों और यातायात प्रबंधन के सम्बन्ध में विशेष ध्यान देने के लिए कॉन्ट्रैक्टर्स को आवश्यक निर्देश दिए।

दानापुर कैंटोनमेंट निर्माण स्थल पर श्री वर्मा ने एलिवेटेड सेक्शन के निर्माण कार्य का जायजा लिया और उस क्षेत्र के फ़्लोरा – फौना एवं ग्रीन बेल्ट को निर्माण कार्यों के प्रतिकूल प्रभाव से सुरक्षित रखने के उपाय सुनिश्चित रखने के लिए टीम को निर्देश दिए। सड़क पर कार्य के दौरान यातायात पर दबाव कम करने एवं उसके सुचारु संचालन के लिए यातायात के डायवर्सन के सिस्टम को भी दुरुस्त करने का निर्देश दिया।

गौरतलब है कि पटना मेट्रो के निर्माण स्थलों को नियमित रूप से साफ़ किया जाता है और व्यवस्थित रखा जाता है जिसमें सडकों से धूल, गन्दगी एवं कंकड़-पत्थरों को हटाने ओर विशेष ध्यान दिया जाता है। बैरिकेड पर जमने वाली धूल को प्रतिदिन साफ़ किया जाता है। इसके अतिरिक्त भूमिगत मेट्रो निर्माण स्थलों सहित सभी मेट्रो निर्माण स्थलों, कास्टिंग यार्ड और बाहरी सडकों पर टैंकरों द्वारा पानी का छिड़काव किया जाता है जिससे बाहरी वातावरण में धूल न फैले और जहां मिटटी का ढेर जमा हो जाता है उन्हें समतल कर के त्रिपाल से ढक दिया जाता है।
इस दौरान श्री एस.ए.वर्मा, कार्यकारी निदेशक, पर्यावरण, दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के साथ परियोजना निदेशक अजय कुमार एवं एस.एन.साहू तथा डीएमआरसी के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।