औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने जिला परिषद अध्यक्ष नीतू सिंह की उपस्थिति में जिले में चल रहे कोविड-19 वैक्सीनेशन की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन डाॅ. अकरम अली ने बताया कि जिले में अभी कुल 47 पॉजिटिव केसेज हैं तथा भविष्य में इसमें और वृद्धि होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसके बचाव के लिए प्रचार-प्रसार में जनप्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यक है। जिला परिषद की अध्यक्ष ने सभी जिला पार्षदों के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु प्रचार प्रसार कराने का आश्वासन दिया। वही आपदा प्रभारी डॉ. फैयाज ने बताया कि सभी प्रखंडों में कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु होर्डिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी कराया जा रहा है। साथ ही सभी प्रखंडों में एंटीजन, ट्रुनेट एवं आरटीपीसीआर के माध्यम से कोविड-19 की टेस्टिंग भी कराई जा रही है। सिविल सर्जन ने बताया कि औरंगाबाद जिला में वैक्सीनेशन की एक्टिविटी भी लगातार जारी रखनी है तथा अभी तक हमारे द्वारा लगभग 30000 लोगों को पहला डोज दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को भी अब टीका लगाया जाना है। इसके लिए लोगों को सिर्फ आधार कार्ड देने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि जहां पर भी कोविड-19 टेस्टिंग की शुरुआत की जाय, वहां एंबुलेंस, डॉक्टर एवं कीट की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए। , अपनी आवश्यकतानुसार जगह का चयन किया जा सकता है। साथ ही बेड की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता हो। जिन प्रखंडों द्वारा वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा नहीं किया जा रहा है उन प्रखंडों को और अधिक प्रयास करने का निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने सुधीर कुमार पोरिका ने कहा कि सभी थानाध्यक्ष मास्क चेकिंग और अधिक तत्परता से करें। कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए आपको कोविड-19 संक्रमण के छोटे छोटे पॉकेट खोजने होंगे कि कौन सा टारगेट एरिया है। खासकर जहां बाहर से लोग आए हों या जहां भीड़ भाड़ वाले इलाके हों। हम सभी को पॉजिटिव एटिट्यूड के साथ काम करना है। सिविल सर्जन ने बताया कि हमारे जिले में करीब 15 से 20 केस रोजाना आ रहे हैं। यह सुनिश्चित करें कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन से जो भी व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं वो घर पर ही आइसोलेट रहें। पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को कोविड वैक्सिनेशन में थाना स्तर पर सहयोग देने तथा संवेदनशील होकर कार्य करने के साथ ही अपने स्टाफ को वैक्सीन लगवाने का निर्देश दिया। उत्पाद की समीक्षा के क्रम में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि होली के समय में लिकर सीजर और रेड मैसिव था। जिले में जहरीला शराब पीने से भी लोगो की मृत्यु हो रही है। इसलिए जितनी सूचना मिल रही है, वहां पर हर दो दिन में देसी शराब बनाने वाले ठेकों पर छापेमारी कीजिए। उन्होंने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि उत्पाद कोर्ट के अभिलेख में लिकर इंस्पेक्शन रिपोर्ट नहीं भेजी जा रही है, उसे अभिलेख के साथ संलग्न कर भेजने का निर्देश दिया। बैठक में उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार, अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा, वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार सिंह, वरीय उप समाहर्ता फतेह फैयाज, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक स्वास्थ्य मनोज कुमार एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।