औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चमकी बुखार अर्थात एईएस, जापानी एंसेफिलाइटिस की रोकथाम एवं इलाज की जिलों में की जा रही तैयारियों की समीक्षा बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की।
इस दौरान औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने सीएम को जानकारी दी कि जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा जिले के सभी 11 प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में गैप असेसमेंट का कार्य किया जा चुका है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में 3-3 बेड के हिसाब से 33 बेड एवं अनुमंडलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल में 6-6 बेड की अलग से व्यवस्था की गई है। जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में एइएस/जेइ किट पहुंचाया जा चुका है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों के एइएस/जेइ वार्डों में ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की गई है एवं एंबू बैग जैसे सारे उपकरणों से सुसज्जित किया गया है।
जिला केंद्रीय औषधि भंडार एवं सदर अस्पताल में 5-5 मेडोजोलम नजल स्प्रे भी उपलब्ध है। साथ ही सदर अस्पताल में पीडियाट्रिक चाइल्ड वार्ड भी उपलब्ध है। वही सिविल सर्जन डाॅ. अकरम अली द्वारा बताया गया कि पिछले वर्ष औरंगाबाद जिले में एइएस/जेइ के 3 मामले सामने आए थे। इस वर्ष अभी तक एइएस/जेइ का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। साथ ही औरंगाबाद जिले में जनवरी 2021 तक एइएस/जेइ टीकाकरण के ंतहत 90 प्रतिशत बच्चों को पहली खुराक एवं 88 प्रतिशत बच्चों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। जिले में एइएस/जेइ से लड़ने हेतु लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बैठक में नॉन कम्युनिकेबल डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, डीपीएम डॉ. कुमार मनोज एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।