औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में 25 सितंबर चलने वाले राज्यव्यापी मिशन परिवार विकास अभियान के तहत औरंगाबाद जिला समाहरणालय से कुल ग्यारह प्रचार वाहनों को मंगलवार को जिले के सभी प्रखंडों में भेजा गया।
इन वाहनों को जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार, सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार एवं डीपीएम डॉ. कुमार मनोज ने संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीएम ने कहा कि इन प्रचार वाहनों के माध्यम से आमजन को मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान दी जाने वाली सेवाओं के संबंध में जागरूक किया जाना है। अभियान के तहत संस्थानों में महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी ऑपरेशन किया जाना है तथा संस्थान एवं समुदाय आधारित गतिविधियों के माध्यम से परिवार नियोजन के अन्य अस्थाई साधनों यथा कॉपर-टी, कंडोम, गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, इमरजेंसी पिल्स, माला-डी आदि का वितरण किया जाएगा। इस दौरान इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से सही विकल्प को चुनने संबंधी परामर्श भी दिया जाएगा।
सिविल सर्जन ने बताया कि सरकारी दिशा निर्देश के आलोक में प्रत्येक माह की 21 तारीख को ऑपरेशन परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जाना है तथा प्रत्येक माह में 9 तारीख को निर्धारित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के तहत गर्भवती महिलाएं जो स्थाई या अस्थाई साधनों को अपनाने की इच्छुक हैं, का लाभुक के रूप में प्री-रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इस व्यवस्था का उद्देश्य परिवार नियोजन के साधनों के लिए इच्छुक लाभार्थियों का पंजीकरण पूर्व से ही 9 तारीख को सुनिश्चित हो जाएगा जिन्हें 21 तारीख को संस्थान स्तर पर सेवाएं प्रदान की जाएंगी। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन के साधनों को मुहैया कराने मात्र से महिलाओं में अनचाहे गर्भधारण को 70 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। मातृत्व मृत्यु दर एवं नवजात मृत्यु दर में क्रमशः 67 एवं 77 प्रतिशत तक की कमी लाई जा सकती है। गर्भावस्था तथा प्रसव संबंधित जटिलता में दो तिहाई तक कमी लाई जा सकती है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज ने बताया कि सभी प्रखंडों में एक-एक प्रचार वाहन भेजा जा रहा है, जो पांच दिनों तक संचालित होगा। सरकार जनसंख्या स्थिरीकरण के लक्ष्य की प्रतिपूर्ति हेतु परिवार कल्याण कार्यक्रम के माध्यम से कुल प्रजनन दर एवं आपूरित मांग को कम करने के साथ ही साथ गर्भनिरोधक प्रचलन दर को बढ़ाने के लिए कृत संकल्पित है। इस दौरान जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. उमेश कुमार वर्मा, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रवि रंजन, जिला लेखा प्रबंधक अश्विनी कुमार, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चैबे, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर देवाशीष मजूमदार, रीजनल टीम लीडर डॉ. मन्नू कुमारी, डीपीसी नागेंद्र कुमार केशरी, टीम लीडर डीआरयू(केयर) रितेश कुमार, केयर के डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर फैसिलिटी अलका भारती, यूनिसेफ के एसएमसी कामरान खान, यूएनडीपी प्रतिनिधि अर्शी खान सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।