औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने शुक्रवार को सदर अस्पताल में जिला स्तरीय पोषण परामर्श केंद्र का उद्घाटन किया।
इस मौके पर डीएम ने कहा कि कुपोषण से लड़ने का सही तरीका पोषण ही है। इसका एकमात्र रास्ता सही और संतुलित तरीके से भोजन है। जिले ने कुपोषण से लड़ने में काफी हद तक सफलता पाई है और हमें इसे खत्म कर दम लेना है। उन्होंने कहा कि अल्प पोषण, एनीमिया, कम वजन वाले शिशुओं की संख्या में कमी लाने में जिलें ने अपेक्षित तरक्की हासिल की है। गर्भवती और धात्री महिलाओं को निर्धारित पोषण के लिए आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, स्वास्थ्य कार्यकर्ता सभी मिलजुल कर काम कर है। पोषण के क्षेत्र में काम कर रही सेविका-सहायिका हर गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण मिल सके, इसका पूरा ध्यान रख रही है। लोगों को भी चाहिए वे इनका लाभ उठाएं।
वही सीएस डॉ अकरम अली ने कहा कि घर की कई सामग्रियों में ही पौष्टिक आहार छुपे हुए हैं, हमें उनका संतुलित तरीके से उपयोग कर पोषण को बरकरार रखना है। मां को चाहिए कि वे अपने बच्चे के सही विकास के लिए गर्भावस्था में सही तरीके से पौष्टिक आहार ले। कार्यक्रम में डीपीओ रीना कुमारी ने कहा कि पोषण के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं को रोज आयरन और विटामिन की दवा लेनी चाहिए, जो आंगनबाड़ी केंद्र में उपलब्ध है। धात्री महिलाओं को प्रसव से लेकर छह माह तक रोजाना आईएफए की गोली लेनी चाहिए। किशोरियों को भी सही तरीके से पौष्टिक भोजन करना चाहिए। गर्भवती, धात्री और किशोरियों को पोषण का महत्व बताया। इस मौके पर डीडीसी अंशुल कुमार, डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, उपाधीक्षक डॉ. विकास कुमार, केयर इंडिया के रितेश कुमार, उर्वशी प्रजापति सहित आशा कार्यकर्ता व अन्य लोग उपस्थित थे।