औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में एनआईओएस से सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता का प्रशिक्षण प्राप्त ग्रामीण चिकित्सकों की एक बैठक समाहरणालय सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में उपस्थित ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष विभिन्न बिंदुओं को विमर्श हेतु रखा गया।ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान( एनआईओएस) से उन लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रशिक्षण प्राप्त ग्रामीण चिकित्सकों से सरकार समुदाय आधारित स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराने हेतु कार्य ले सकती है। ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया कि हम ग्रामीण चिकित्सक सरकार के साथ कार्य करने को इच्छुक हैं। सरकार के स्वास्थ्य विभाग को हमारी मंशा से अवगत कराया जाए ताकि सरकार द्वारा इस दिशा में कार्रवाई की जा सके। जिलाधिकारी द्वारा आश्वस्त किया गया कि सरकार को इस विषय से अवगत कराने हेतु तथ्यों को बैठक के कार्यवाही में लिया जा रहा है।
ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि पिछले साल कोरोना वायरस से उत्पन्न विभीषिका के दौरान सभी ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा पूर्ण मनोयोग से कार्य किया गया था जिसके लिए प्रोत्साहन स्वरूप कोरोना वारियर का प्रमाण पत्र ग्रामीण चिकित्सकों को प्रदान किया जाए। जिलाधिकारी द्वारा आश्वस्त किया गया कि जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी स्तर से जानकारी ली जाएगी कि किन-किन ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा कार्य किया गया है। ग्रामीण चिकित्सकों के कार्य को चिकित्सा स्तर से प्रमाणित होने के उपरांत प्रमाण पत्र देने के विषय पर विचार किया जा सकता है। ग्रामीण चिकित्सकों की तरफ से जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया कि ग्रामीण चिकित्सकों को आईडेंटिटी कार्ड उपलब्ध कराया जाए। इस मामले में जिलाधिकारी द्वारा सूचित किया गया कि इस संबंध में विभागीय दिशा निर्देश प्राप्त होने पर आईडेंटिटी कार्ड उपलब्ध कराने का कार्य निश्चय ही किया जाएगा। बैठक में ग्रामीण चिकित्सकों द्वारा जिलाधिकारी के प्रति आभार व्यक्त किया गया तथा सधन्यवाद बैठक समाप्त हुई। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम डॉ. कुमार मनोज सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों से स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी एवं ग्रामीण चिकित्सक उपस्थित रहे।