औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को उर्वरक की कालाबाजारी, जमाखोरी, मुनाफाखोरी, आदि पर रोक लगाने हेतु कृषि विभाग के जिलास्तरीय, प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में उर्वरक की कालाबाजारी, जमाखोरी, मुनाफाखोरी, आदि पर रोक लगाने हेतु उर्वरक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी करने का डीएम ने निर्देश दिया। छापेमारी हेतु जिलास्तरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में 11 उड़नदस्ता दलों का गठन किया गया। जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में आज ही जिलास्तरीय पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई।
उड़नदस्ता दल का मुख्य उद्देश्य जिले में निबंधित खुदरा उर्वरक विक्रेताओं द्वारा किसानो को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है या नहीं। खुदरा उर्वरक विक्रेता द्वारा निबंधित गोदाम के अलावा अन्यत्र मुनाफाखोरी हेतु भंडारित है या नहीं तथा जिले के बाहर तो नहीं भेजी जा रही है,की जांच की जा रही है। जिले में कार्यरत किसी भी खुदरा उर्वरक विक्रेता के द्वारा ऐसा पाया जाता है तो संबधित बिक्रेता के विरूद्व ऐसी स्थिति में ‘‘उर्वरक नियंत्रण आदेश-1985‘‘ के नियम प्रावधान के तहत खुदरा उर्वरक अनुज्ञप्ति को निलंबित अथवा रद्द करते हुए उसके विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी।