औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
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बैठक में जिला पशुपालन पदाधिकारी डाॅ. ब्रजेश कुमार सिंहा, पशु चिकित्सक डाॅ. ठाकुर बलवंत सिंह, पशु वैज्ञानिक डाॅ. आलोक भारती तथा जिला पशु क्रूरता निवारण समिति के कार्यकारिणी सदस्य अजीत कुमार सिंह ने भाग लिया। बैठक में डीएम ने पशुओं के ईयर टैंगिग की प्रगति पर नाराजगी जताते हुये जिले के सभी जन प्रतिनिधियों खासकर प्रमुख, मुखिया एवं वार्ड सदस्यों से अनुरोध किया कि पशुओं में ईयर टैंगिग हेतु पशुपालकों को जागरूक करें। यह पशुपालको के हित में है। कहा कि सभी पशुओं का ईयर टैंगिंग किया जाना अनिवार्य है, जो पूर्णतः निःशुल्क है। यह पशुओं के लिए आधार कार्ड की तरह है। ईयर टैंगिंग साथ ही हेल्थ कार्ड भी दिया जाएगा जिसे सुरक्षित रखना पशुपालको की जिम्मेवारी होगी।
हेल्थ कार्ड में पशुओं में टीकाकरण तथा डीवोरर्मिग आदि से संबंधित सभी जानकारी वर्णित होगी। विभिन्न योजनाओं का लाभ ईयर टैंगिग लगे हुये पंजीकृत पशुओं को ही प्राथमिकता के आधार पर दिया जायेगा। पशुओं को बीमा के लिए भी टैगिंग अनिवार्य एवं लाभदायक है। टैंग लगाने से खो गये अथवा चोरी हुये पशुओं का पता लगाना आसान हो जायेगा। भविष्य में पशुओं को ऑनलाईन क्रय विक्रय प्रक्रिया में भी ईयर टैगिंग तथा पशु स्वास्थ्य कार्ड लाभदायक होगा। टीकाकरण एवं कृमिनाशक दवाओं से डीवोरर्मिग का व्यौरा साथ ही नस्ल सुधार दुग्ध उत्पादन क्षमता की जानकारी लेना भी टैंगिग से संभव होगा। पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान की चरणबद्ध प्रगति ऑनलाईन अपडेट करने एवं नस्ल सुधार को नियंत्रित करने में मददगार एवं पशुओं को वंशावली का रिकार्ड रखने में टैगिग सहायक होगी।