औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने शनिवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरिस का भ्रमण किया। जिलाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी श्री रणवीर सिंह ने आये दिन मौसम में हो रहे बदलाव को देखते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र में स्थापित मौसम यूनिट का निरीक्षण करते हुए विधिवत जानकारी ली।
कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. अनूप कुमार चैबे ने भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान डेटा के बारे में जानकारी दिया कि किस तरह से मौसम पूर्वानुमान डेटा भारत मौसम विज्ञान विभाग के वेवसाईट से प्राप्त करते है जिसमे वर्षा, अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान, अधिकतम एवं न्यूनतम आद्रता, हवा की गति, हवा की दिशा एवं बादल छाए रहने की अवस्था आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस मशीन से वर्षा, अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान, अधिकतम एवं न्यूनतम आद्रता, हवा की गति, हवा की दिशा, मृदा में उपस्थित नमी, मृदा का तापमान आदि 15-15 मिनट के अंतराल पर दर्ज होता है तथा इसे वेवसाईट के माध्यम से भी मौसम का डेटा देख सकते है। साथ ही अगले पांच दिन के मौसम पूर्वनुमान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हल्के बारिश की संभावना है लेकिन इस बारिश से धान की रोपाई कर पाना सम्भव नही है। सप्ताह में दो दिन मंगलवार एवं शुक्रवार को कृषि सलाह बुलेटिन सभी प्रखण्ड का भेजा जाता है जिसमे अगले 5 दिन का मौसम पूर्वानुमान के साथ साथ कृषि में किए जाने वाले कार्यो की भी विधिवत जानकारी किसानों को दी जाती है।
जिलाधिकारी ने कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि जून एवं जुलाई माह कम वर्षा की स्थिति को देखते हुए आने वाले दिनों में धान की फसल की रोपाई पर क्या प्रभाव पढ़ेगा एवं अगले 10 से 15 दिन में बारिश कम या नही होने पर जिला कृषि पदाधिकारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक संयुक्त रूप से वैकल्पिक फसल के बारे में प्लानिंग करने के लिए निर्देश दिया जिससे किसानों को कौन सी फसल एवं उसकी प्रजाति का चयन करें जो कम समय एवं कम वर्षा में भी उत्पादन किया जा सके जिससे आने वाले समय मे किसान वैकल्पिक फसल लगा करे फसल उत्पादन कर सके। इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक रविरंजन कुमार, कृशले प्रभाकर, दीपक और जिला कृषि कार्यालय से मोहन एवं अभिनव उपस्थित रहे।