जदयू की जिला कमिटी ने आरसीपी के खिलाफ पारित किया अनुशासनहीनता का प्रस्ताव, बयानों की निंदा 

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जदयू की औरंगाबाद जिला कमिटी की आपात बैठक शुक्रवार को पार्टी के जिला कार्यालय में संपन्न हुई।

बैठक की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने की। बैठक में पार्टी के सभी पदाधिकारी एवं जिला कार्यकारिणी के सदस्यगण उपस्थित रहे।बैठक में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह द्वारा पार्टी विरोधी भ्रामक बयान दिये जाने की जिला कार्यकारिणी ने निंदा की। कहा कि आरसीपी सिंह का यह बयान कि अब जदयू का विलय राजद में हो जाएगा, घोर निंदनीय है और पार्टी इस बयान की कडे़ शब्दों में निंदा करती है। बैठक में प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में औरंगाबाद जिला जदयू पूरी तन्मयता से एकजुट है। जिला कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के सभी पदाधिकारियों एवं कार्यसमिति के सदस्यों ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस व्यक्ति को राजनैतिक फर्श से अर्श तक पहुंचाने का काम किया, उस व्यक्ति द्वारा इस तरह का निंदनीय  बयान देना कि जदयू का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, अवसरवादिता का प्रतीक एवं निंदनीय है।

बैठक में पार्टी के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के द्वारा आरसीपी सिंह को दो बार राज्यसभा में भेजना एवं पार्टी के महामंत्री से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बनाने वाले व्यक्ति के द्वारा इस तरह की मंशा से यह साफ जाहिर हो जाता है कि पार्टी के शीर्ष स्थान पर रहकर  ऐसे लोग सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षा के लिए पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे थे। ऐसे लोगो की खिलाफ अनुशासनहीनता के खिलाफ आज कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है। पार्टी की कार्यसमिति में यह बात भी उठी कि 2005 और 2010 में जदयू ने एनडीए गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बनकर सरकार का नेतृत्व किया और उसी पार्टी 2020 के विधानसभा चुनाव में मात्र कम सीटों पर संतोष करना पड़ा। कहा कि यह इस वजह से हुआ क्योकि अपनी ही पार्टी के लिए वैसे लोग जयचंद की भूमिका निभा रहें थें। बैठक में पार्टी की औरंगाबाद जिला कमिटी ने आरसीपी सिंह के खिलाफ अनुशासनहीनता का प्रस्ताव लाया, जिसे जिला कार्यसमिति के सदस्यों एवं पार्टी के सभी पदाधिकारियों एवं सभी प्रकोष्ठों के जिलाध्यक्षों ने अपनी स्वीकृति देते हुए करतल ध्वनि से पारित किया। बैठक में जदयू के वरीय नेता तेजेंद्र कुमार सिंह, जिला उपाध्यक्ष ऊंकार नाथ सिंह, उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह चंद्रवंशी, उपाध्यक्ष बलिंद्र प्रसाद मेहता, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष मंजरी सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मुमताज अहमद जूगनू, शिक्षा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जगन्नाथ सिंह, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष सोनेलाल रमन, ओबरा प्रखंड अध्यक्ष विनोद कुमार, जिला महासचिव मुनेश कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, जदयू नेता ब्रजेश सिंह, अनवर हुसैन, संजय कुमार सिंह, जिला सचिव रितेश कुमार सिंह, डॉ. रामेश्वर प्रसाद, अमर उजाला, मुजफ्फर ईमाम कुरैशी, अजय कुमार गुप्ता, अशोक कुमार पांडेय, रंजीत चंद्रवंशी, उमाशंकर पटेल, मोदी मोईन, मधुसूदन गिरी, कमला देवी, अजितेश कुमार, एजाज अहमद एवं अर्जुन दास आदि ने प्रमुख रूप से अपने विचार रखे।