जिला व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने फिर की विभिन्न पंचायतों में क्रियान्वित योजनाओं की जांच

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के निर्देश पर बुधवार को जिला एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने पुनः जिले के विभिन्न पंचायतों में क्रियान्वित योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।

इस क्रम में अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा ने औरंगाबाद के मंझार पंचायत में नल जल, नली गली, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, जनवितरण प्रणाली, धान अधिप्राप्ति, पेंशन, राजस्व आदि योजनाओं की जांच की। उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह ने कुटुंबा के बलिया पंचायत में इन सभी योजनाओं की जांच की। अपर समाहर्ता गोविंद चैधरी ने रफीगंज प्रखंड के बौर पंचायत में सभी योजनाओं की जांच की। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी मनोज कुमार ने मदनपुर प्रखंड के बनिया पंचायत में सभी योजनाओं की जांच की। जांच के दौरान पता गया कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बनिया के सरकारी भवन पर विकास मित्र दिनेश रिकियासन द्वारा अवैध कब्जा कर आवास स्थापित कर लिया गया है। इसके कारण एपीएचसी निजी भवन में संचालित किया जा रहा है। डीआरडीए के डायरेक्टर बालमुकुंद प्रसाद ने रफीगंज प्रखंड के बलार पंचायत में सभी योजनाओं की जांच की।

वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार ने कुटुंबा प्रखंड के पिपरा बगाही पंचायत में सभी योजनाओं की जांच की। जांच के दौरान अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पिपरा बगाही पर कोई चिकित्सक अथवा एएनएम उपस्थित नहीं पाए गए एवं स्वास्थ्य केंद्र बंद पाया गया। जांच में पता चला कि इस केन्द्र पर दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं। दाउदनगर के अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रियव्रत रंजन ने हसपुरा प्रखंड के पुरहारा पंचायत में सभी योजनाओं की जांच की। जांच के दौरान अपर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा नल जल की टंकी को टूटा हुआ पाया गया जिसे ठीक कराने का निर्देश दिया गया। वरीय उप समाहर्ता मनीष कुमार ने दाउदनगर प्रखंड के सिंदूआर पंचायत में सभी योजनाओं की जांच की। उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल ने नबीनगर प्रखंड के बेलाई पंचायत में योजनाओं की जांच की। जांच के दौरान पाया गया कि बेलाई पंचायत के वार्ड नंबर 5 में बोरिंग कर दिया गया है परंतु कई घरों में कनेक्शन नहीं दिया गया है। इसके कारण ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई। इसके अतिरिक्त अन्य सभी जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी द्वारा उनके आवंटित प्रखंडों के पंचायतों में इन सभी योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।