कोरोना टीकाकरण में अपेक्षित प्रगति नही होने पर डीडीसी ने लगाई छः प्रखंडो के पीएचसी प्रभारी व हेल्थ मैनेजर को फटकार

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। कोरोना से बचाव हेतु 7 नवम्बर को आहुत टीकाकरण का महा अभियान के प्रभावी क्रियान्व्यन को लेकर औरंगाबाद के उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार ने वर्चुअल बैठक की। बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक(आशा) आदि ने भाग लिया।

बैठक में डीडीसी ने निर्देश दिया कि छूटे हुए फर्स्ट डोज के लाभार्थी के साथ-साथ सेकंड डोज के लाभार्थियों को लक्ष्य के अनुसार टीका लगाया जाना है। संपूर्ण जिले में वार्डवार माइक्रो प्लान तैयार करते हुए फर्स्ट डोज़ के छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित कर उनका टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। उन्होने स्पष्ट निर्देश दिया कि टीकाकरण के लक्ष्य की प्राप्ति की जिम्मेवारी संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की होगी।

वैक्सीन वितरण के समय सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। वैक्सीन वितरण का कार्य पूर्वाहन 7 बजे तक संपन्न कराना आवश्यक होगा और 8 बजे तक टीका और सीरिंज  सत्र स्थल पर विशेष रूप से पहुंचाना आवश्यक होगा। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को यह निर्देश दिया कि टीकाकरण महा अभियान के दौरान प्रति घंटे अद्यतन रिपोर्ट व्हाट्सएप के माध्यम से साझा करेंगे। टीकाकरण के उपरांत रियल टाइम एंट्री हेतु प्रखंड स्तर पर पर डाटा ऑपरेटर की  उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए।

बैठक में कोरोना से बचाव हेतु टीकाकरण के कवरेज की भी समीक्षा की गई। खराब उपलब्धि को लेकर हसपुरा, दाउदनगर, गोह, कुटुंबा, मदनपुर एवं नबीनगर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक को सुधार करने का निर्देश दिया गया तथा कड़ी चेतावनी दी गई कि सुधार नहीं पाए जाने की स्थिति में कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही बैठक से अनुपस्थित पाए जाने वाले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पर कार्रवाई करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। कोरोना के जांच की प्रगति के संबंध में समीक्षा में यह स्पष्ट हुआ कि जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार की जांच का कार्य संपादित नहीं हो रहा है।

सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जांच का लक्ष्य सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। गौरतलब है कि जिले में छः हज़ार एक सौ सैंपल प्रतिदिन जांच करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में जिला स्तर से सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद, चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(आईसीडीएस), जिला लेखा प्रबंधक अश्विनी कुमार, जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक, आईडीएसपी के जिला एपिडेमोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे, प्रभारी जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी अविनाश कुमार,  यूनिसेफ के एसएमसी कामरान खान, यूएनडीपी के प्रतिनिधि आर्शी खान, अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।

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