परिजनों ने सदर अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप, मचाया बवाल, डॉक्टरो को दौड़ा दौड़ा कर पीटा
औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के ओबरा प्रखंड के खुदवां थाना के भदुआ निवासी जितेंद्र सिंह के घर दो दिन बाद बेटी की शादी की शहनाई गुंजने वाली थी। इधर बेटी की मां रिंकू देवी को कोरोना टीका का दूसरा डोज लेना था। वह डोज लेने औरंगाबाद सदर अस्पताल आई। टीका भी लिया पर यह क्या टीका लेकर चार कदम चलते ही वह गिर पड़ी और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिर क्या था, परिजन आवेश में आ गये, आक्रोशित हो उठे और लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ और अस्पताल के डॉक्टरो को एक-एक कर पीटना शुरू किया।
अस्पताल के डॉक्टर अमृत कुमार और उपाधीक्षक डॉ. विकास कुमार परिजनों के हाथ लग गए औऱ बुरी तरह पीट गये। दोनो को परिजनों ने दौड़ा दौड़ाकर बेरहमी से पीटा। दोनो ने भागकर किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। इस दौरान सदर अस्पताल परिसर जंग का मैदान बन गया और भारी संख्या में पुलिस के मौके पर आने के बाद स्थिति काबू में आई। परिजनो ने बताया कि रिंकू देवी की कोरोना का दूसरा डोज लेने के बाद तबीयत खराब हो गयी। वह अस्पताल परिसर में चार कदम चलते ही गिर पड़ी।
डॉक्टरो को देखने को कहा तो उन्होने आनाकानी की। एक डॉक्टर आये तो उन्होने देखते ही मृत घोषित कर दिया। वही सदर अस्पताल के चिकित्सको ने भी स्वीकार किया है कि कोरोना टीका लेने के बाद मौत हुई है। इसकी वजह दिल का दौरा पड़ना है लेकिन पूरी बात पोस्टमार्टम से ही सामने आएगी। उन्होने यह भी स्वीकार किया है कि परिजनों ने उन्हे पीटा भी है।
गौरतलब है कि औरंगाबाद सदर अस्पताल के डॉक्टरों पर आये दिन लापरवाही के आरोप लग रहे है। अभी दो दिन पहले भी अस्पताल में एक महिला की मौत पर परिजनो ने तोड़फोड़ किया था और एक डॉक्टर की पिटाई भी की थी। अस्पताल में दो दिनो के अंतराल पर बवाल और डॉक्टरो की पिटाई की यह दूसरी घटना है।