- दिल्ली मार्च कर रहे किसानों पर दमन एवं त्रिपुरा भाकपा कार्यालय पर हुए हमले के खिलाफ मे भाकपा ने निकाला प्रतिरोध मार्च
- किसान विरोधी कानूनों को रद्द करने एवं त्रिपुरा भाकपा कार्यालय पर हमला करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की
- आगामी 2 दिसंबर को पूरे बिहार में होगा आंदोलन
पटना (लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने आज देश के अंदर जारी किसान आंदोलन पर हो रहे हमलों के खिलाफ एवं पार्टी के त्रिपुरा के राज्य कार्यालय पर हुए हमले के खिलाफ एक आक्रोशपूर्ण प्रतिरोध मार्च निकाला। प्रतिरोध मार्च आदालतगंज से निकालकर, स्टेशन होते हुए डाक बंगला चौराहे पर प्रतिरोध सभा में तबदिल हो गया।
प्रतिरोध मार्च आक्रोश पूर्ण नारे लगाते हुए झंडा बैनर से लैस हो केदार भवन अदालतगंज से निकल वीरचंद पटेल पथ, इनकम टैक्स चौराहा होते हुए डाकबंगला पहुंचा। जहां मार्च सभा में तब्दील हो गया जिसकी अध्यक्षता महिला नेत्री निवेदिता झा ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य पार्टी सचिव कामरेड रामनरेश पांडे ने किसानों पर हुए बर्बर दमन का पुरजोर निंदा किया और किसान आंदोलन के साथ अपनी एकजुटता पेश की।
साथ ही उन्होंने किसान विरोधी कानूनों को अविलंब रद्द करने की मांग की, इसके साथ ही त्रिपुरा में पार्टी के राज्य कार्यालय पर हुए हमले को कायराना बताया और कहा कि मोदी सरकार में आज देश में गुंडों का राज कायम हो चुका है जहां लोकतंत्र की हत्या हो रही है जिसे इस देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रतिरोध मार्च को रामबाबू कुमार, के. डी. यादव ने भी संबोधित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 2 दिसंबर को पार्टी इस मामले पर पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी।
मार्च में उक्त नेताओं के अलावा विश्वजीत कुमार, जितेंद्र कुमार, इरफान अहमद, सुमंत, मोहन प्रसाद, सुशील कुमार, रंजीत कुमार पंडित आफताब अहमद, इमरान गनी, अवध बिहारी, उदय प्रताप सिंह, सागर सुमन, महेश रजक, देवरत्न प्रसाद, शंभू प्रसाद आदि दर्जनों नेता कार्यकर्ता मौजूद थे।