औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। कुटुम्बा प्रखंड के इब्राहिमपुर गांव में सोमवार की सुबह कड़ाके की ठंड से बचने के लिए बोरसी(कच्ची मिट्टी की कठौती में रखी अंगीठी) तापने के दौरान एक दंपत्ति झुलस गये।
हादसे के बाद आनन-फानन में परिजनों ने दोनो को इलाज के लिए कुटुम्बा रेफरल अस्पताल लाया, जहां चिकित्सकों ने प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वही सदर अस्पताल से पत्नी को बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर किया गया है। बताया जाता है कि इब्राहिमपुर निवासी रंजीत सिंह आज सुबह अपनी पत्नी रूबी देवी के साथ बोरसी ताप रहे थे। आग तापने के दौरान लापरवाह तरीके से बैठने से पत्नी की साड़ी का किनारा बोरसी की आग के संपर्क में आ गया और साड़ी में आग की लपटो से पत्नी झुलसने लगी। इसे देखकर पति ने हाथों से ही पत्नी की साड़ी में लगी आग को बुझाया। आग तो बुझ गयी लेकिन पति का हाथ गभीर रूप से झुलस गया। वही पत्नी का पैर, जांध व कमर बुरी तरह झुलस गया। हादसे के बाद परिजनों ने दोनो को इलाज के लिए कुटुम्बा रेफरल अस्पताल लाया, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हे औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने उपचार कर पत्नी की हालत नाजुक बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया। वही पति का सदर अस्पताल में ही इलाज चल रहा है और हालत खतरे से बाहर बतायी जाती है। गौरतलब है कि ठंड के मौसम में इन दिनों औरंगाबाद जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेना मजबूरी भी है। मजबूरी में अलाव तापने के दौरान सावधानी बरतना जरूरी है। असावधान रहना ही इस तरह की घटनाओं के घटने की वजह है। ऐसे में सावधान रहकर अलाव तापे, खुद को सुरक्षित रखे और दूसरों को भी सुरक्षित रहने की सलाह देकर एक जिम्मेवार नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं।