सिमेज समूह ने किया बिहार के पहले ह्यूमनॉइड रोबोट को किया लॉन्च

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। सिमेज समूह के द्वारा बिहार के पहले हयुम्नायड (रोबोट) के अनावरण एवं उद्घाटन का मंगलवार को पटना स्थित कालेज परिसर में किया गया। उद्घाटन आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव द्वारा रिमोट से स्वीच ऑन कर किया।

रोबोट को निहारते एकेयू के कुलपति।

इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. शंकर कुमार तथा जर्नलिज्म एन्ड मॉस कम्युनिकेशन की विभाग प्रमुख डॉ. मनीषा प्रकाश, सिमेज के निदेशक प्रो. नीरज अग्रवाल, निदेशिका मेघा अग्रवाल तथा डीन प्रो. नीरज पोद्दार के द्वारा पारंपरिक तरीके से द्वीप प्रजवल्लित कर संयुक्त रूप की गई।

कार्यक्रम के दौरान हयुम्नायड (रोबोट) ‘सुमेध’ ने छात्रों के द्वारा किये गए कोडिंग के अनुसार विभिन्न कार्यों को संचालित कर सबके सामने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया। हयुम्नायड (रोबोट) ‘सुमेध’ ने अतिथियों के पास जाकर, उन्हें पहचान कर, उन्हें गुलाब का फूल भेंट किया। हयुम्नायड (रोबोट) ‘सुमेध’ ने जब भारत का झंडा हाथ में बुलन्द कर आगे बढ़ना शुरू किया तो पुरे ऑडीटोरियम का माहौल अद्भुद उर्जा से लबरेज हो गया। रोबोट ने योगा इंस्ट्रक्टर की भूमिका निभाई, चल कर, नाच कर, घूम कर तथा लोगों के पूछे गए सवालों का जवाब देकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया तथा लोगों की खूब तालियाँ बटोरी। इस 6 फ़ीट ऊंचे अडवांस हयुम्नायड (रोबोट) को सिमेज समूह के छात्रों द्वारा प्रोग्राम किया गया है। इसके प्रोग्रामिंग में बी.सी.ए. छठे सत्र के छात्रों, उज्जवल कुमार, दीपक राज, दुर्गेश कुमार सिंह, नीरज झा, श्रेया सिंह, शांतनु पाण्डेय एवं बी.सी.ए. चौथे सत्र के छात्र उज्जवल पुष्प, सात्विक कुमार की मुख्य भूमिका रही।

कॉलेज के द्वारा छात्रों को इस हयुम्नायड (रोबोट) को बनाने के लिए सभी प्रकार के संसाधन और प्रशिक्षण मुहैया कराये गए। छात्रों को देश के ख्यातिप्राप्त रोबोटिक्स एक्सपर्ट्स के द्वारा वर्कशॉप के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। यह हयुम्नायड ‘आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस’ से तथा ‘मशीन लर्निंग’ की क्षमताओं से लैस है और लोगों के पूछे हुए सवालों का जवाब अपने डेटाबेस और ऑनलाइन रिसोर्सेज के आधार पर दे सकता है। साथ ही यह इंडस्ट्रियल कैपेबिलिटीज़ से भी लैस है तथा इसमें 8 एक्सिस तथा इंडस्ट्रियल मोटर्स लगे हुए हैं। मोशन सेंसर तथा अल्ट्रासोनिक सेंसर से युक्त यह रोबोट एजुकेशनल पर्पस के लिए तैयार किया गया है। इसे सूचना तकनीक के छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह कस्टमाइज्ड किया गया है ताकि इस पर काम करके सिमेज के छात्र रोबोटिक्स को बेहतर तरीके से सीख सकें। यह रोबो एक साथ कई काम करने की दक्षता रखता है, जैसे कि यह एक रोबो शिक्षक, योग शिक्षक, रोबो गाइड तथा डी.जे. का भी काम कर सकता है। यह इवेंट की एंकरिंग कर सकता है तथा न्यूज़ भी प्रेजेंट कर सकता है। साथ ही जरुरत पड़ने पर यह नाच कर लोगों का मनोरंजन भी कर सकता है और लोगों को नाश्ता भी सर्व कर सकता है।

इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव ने कहा कि ‘सिमेज के छात्रों का प्रदर्शन सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सिमेज के छात्रों में यह क्षमता दिख रही है कि ये छात्र सिमेज तथा विश्वविद्यालय का नाम देश ही नहीं विदेशों में भी रोशन कर सकते हैं। कॉलेज कैम्पस का विजिट करने के बाद उन्होंने कहा कि सिमेज एक वायब्रेंट कैम्पस है। उन्होंने सिमेज के छात्रों के आई.आई.टी – बी.एच.यू. के राष्ट्रीय स्तर की कबड्डी प्रतियोगिता में विजेता बनने का जिक्र करते हुए कहा कि कहा कि सिमेज के छात्रों ने केवल पढाई-लिखाई तथा प्लेसमेंट ही नहीं, बल्कि खेल-कूद में भी उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की है और अब उन्हें आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिताएं में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस रोबोट को बनाने के बाद सिमेज के छात्रों को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अब इंडस्ट्रियल फ्रेंडली रोबोट्स को बनाना चाहिए। उन्होंने सिमेज के छात्रों के इस प्रदर्शन को विश्वविद्यालय के वेबसाईट पर प्रदर्शित करने का इरादा प्रकट किया। वहीं कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. शंकर कुमार तथा जर्नलिज्म एन्ड मॉस कम्युनिकेशन की विभाग प्रमुख डॉ. मनीषा प्रकाश भी सिमेज के छात्रों की प्रतिभा से प्रभावित दिखे तथा उन्होंने भी सिमेज के छात्रों की प्रतिभा की तारीफ की।

इस अवसर पर सिमेज समूह के बी.सी.ए. के तृतीय वर्ष के छात्र अंशु भारती एवं विवेक कुमार ने अपने बनाये गए एजुकेशनल ऐप ‘अटेंडेंस सिस्टम यूजिंग फेशियल रिकोग्निशन सिस्टम’ का प्रदर्शन किया। जिसमें छात्रों ने कई अडवांस फीचर्स शामिल किये थे। इस ऐप में फेस रिकोग्निशन का भी फ़ीचर शामिल था। दूसरे समूह में बी.सी.ए. के तृतीय वर्ष के छात्र सौरभ दर्शन, नीरज झा, शिवम वर्मा एवं श्रेया सिंह ने विश्विद्यालय के लिए बनाये गए ऐप ‘इन्फोर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम फॉर ए.के.यू.’ का प्रदर्शन किया। कुलपति छात्रों की प्रतिभा से प्रभावित हुए तथा उन्होंने छात्रों के ऐप को बहुत ध्यान से देखा तथा छात्रों से सवाल जवाब कर छात्रों द्वारा बनाये गए ऐप के बारे से सूक्ष्मता से जानकारी प्राप्त की तथा उसे और बेहतर बनाने के लिए अपने सुझाव दिया।
इस अवसर पर सिमेज के निदेशक प्रो. नीरज अग्रवाल ने बताया कि कई अन्य छात्रों ने और भी एप्स जैसे इलेक्ट्रिक व्हेकिल चार्जिंग स्टेशन फाइंडर, वाटर ऐप तथा किसानों के लिए खरीद-बिक्री का मोबाईल बनिया ऐप एवं कई अन्य ऐप भी बनाये हैं।

उन्होंने कहा कि सिमेज के छात्र को सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मिले ताकि वे हमेशा अपने आपको सुचना तकनीक में नई तकनीकों को सीख कर अपडेटेड रख सकें, यही सिमेज समूह का प्रयास है। यही वजह है कि सिमेज कॉलेज ने बिहार में सबसे पहला आधुनिकतम ह्युमनायड बिल्ड किया है। इसका नाम ‘सुमेध’ इसलिए रखा गया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौर में जब ए.आई. एक खतरा बनकर उभर रहा है तो वैसे में ए.आई. का सदुपयोग हो, यह आवश्यक है। सुमेध रोबो ए.आई. के उस सदुपयोग का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि फ़ाइनल एयर के छात्रों को प्रोजेक्ट के तौर पर यह प्रोजेक्ट बनाने का कार्य दिया गया था। छात्रों ने जिन तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए इन ऐप्स को डेवलप किया वो विश्वविद्यालय के सिलेबस में नहीं है, परन्तु आने वाले समय की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सिमेज के छात्रों को विश्विद्यालय कोर्स के साथ ही कई अन्य ऐड-ऑन कोर्स भी कराये जाते हैं, ताकि सिमेज समूह के छात्र सूचना तकनीक के क्षेत्र में हमेशा अपने आपको अद्यतन पायें तथा अच्छी आई.टी.कंपनियों में जॉब पा सकें। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन सिमेज की निदेशिका मेघा अग्रवाल ने किया जबकि मंच संचालन मिलिंद कुमार, आकृति कुमारी तथा प्रिया सोनी ने किया।