पटना (लाइव इंडिया न्यूज़ 18 )बिहार विधानसभा चुनाव में LJP अध्यक्ष चिराग पासवान और बीजेपी के बीच घमासान छिड़ गया है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के बयान पर चिराग पासवान ने बीजेपी को घेरा है. आजतक से खास बातचीत में चिराग ने कहा कि अगर हम वोट कटवा हैं तो बीजेपी ने 2014 से क्यों साथ रखा है? नीतीश कुमार के दबाव में बीजेपी ऐसे बयान दे रही है. उसे अपने विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए. उन्होंने साफ-साफ कहा कि नीतीश कुमार सीएम बने तो NDA में नहीं रहूंगा. चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मेरे पिता (रामविलास पासवान) को बहुत सम्मान दिया. मैं पीएम के साथ हूं और उनका सम्मान करता हूं. चुनाव होली की तरह है. इसमें कई रंग दिखते हैं. होली की तरह चुनाव के बाद भी लोग नहा-धोकर तैयार हो जाते हैं. चिराग ने कहा कि 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला मेरा है. हम जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारेंगे. कुछ बीजेपी के नेता नीतीश कुमार के इशारे पर बयान दे रहे हैं, लेकिन बिहार में बीजेपी और एलजेपी की सरकार बनेगी. दरअसल, शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि LJP बिहार के चुनावों में कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी. LJP बिहार के चुनावों में सिर्फ एक वोट कटवा पार्टी बनकर रह जाएगी. प्रकाश जावड़ेकर ने स्पष्ट किया कि बिहार में केवल चार पार्टियां (बीजेपी, JDU, हम और वीआईपी) ही साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं.केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चिराग पासवान ने बिहार में एक अलग रास्ता चुना है, वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का नाम लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारी कोई B या C टीम नहीं है. इसके साथ ही जावड़ेकर ने दावा किया कि NDA को बिहार के चुनावों में तीन-चौथाई बहुमत मिलेगा और चिराग की पार्टी वोटकटवा पार्टी के रूप में सामने आएगी.
संबित पात्रा ने साधा था निशाना
शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी एलजेपी पर खुलकर निशाना साधा. संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बीजेपी की कोई बी, सी या डी टीम नहीं है. एलजेपी बिहार की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. हमारी केवल एक टीम है जिमसें बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी शामिल है. एलजेपी अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है.
पापा ने किया था 143 सीटों पर लड़ने का फैसला
इससे पहले आजतक से खास बातचीत में चिराग पासवान ने कहा था कि पापा (रामविलास पासवान) ने 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था. एक बेटे के तौर पर मैं बुरी तरह से आहत था, जब मेरे पिता का नीतीश कुमार द्वारा बार-बार अपमान किया गया था. 10 नवंबर को नीतीश कुमार सीएम नहीं बनेंगे. उन्होंने कहा था कि मुझे चुनावों में प्रधानमंत्री की तस्वीरों का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है. पीएम मेरे दिल में हैं.