कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा की बढ़ती घटनाओं को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त हो गया है। इस बाबत गृह मंत्रालय ने एक अपर सचिव स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में 4 सदस्यीय दल को आज यानि गुरुवार को पश्चिम बंगाल भेजा है।
राज्य में हिंसा की घटनाओं व स्थिति का आकलन करेगा दल
बताना चाहेंगे, यह दल राज्य में प्रभावित इलाकों के लोगों से मुलाकात कर बातचीत करेगा और स्थिति का आकलन करेगा। यह दल मतदान के बाद राज्य में विशेष रूप से हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेगा। दल को 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणाम के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी के अनगिनत कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट, घरों में तोड़फोड़, दफ्तरों में आगजनी लूटपाट हुई है। सैकड़ों महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और 15 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारे जाने की जानकारी पार्टी की ओर से दी गई है।
केंद्र सरकार हिंसा की घटनाओं को लेकर सख्त
मुख्यमंत्री की ओर से पहल नहीं होने की वजह से हिंसा अभी भी जारी है, जिसे लेकर केंद्र सरकार सख्त हो चली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले में चिंता जाहिर की है और राज्यपाल जगदीप धनखड़ लगातार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से संपर्क साध कर राजधर्म का पालन करने की अपील कर रहे हैं।
केंद्र ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मांगा था जवाब
इससे पहले, गृह मंत्रालय ने दो मई को मतगणना के बाद राज्य में हिंसा बढ़ने की खबरों के संबंध में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था, लेकिन जवाब नहीं मिला। इस पर गृह मंत्रालय पहले ही कह चुका था कि अगर पत्र का जवाब नहीं मिला तो हम कार्रवाई करेंगे।
(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)