झारखंड ही गड़बड़ी का केंद्र, वहां भी लागू हो शराबबंदी : नीतीश कुमार

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में लागू पूर्ण शराबबंदी की निरंतरता को बनाए रखने में झारखंड सबसे बड़ा बाधक है। इस बाधा को दूर करने के लिए वहां भी शराबबंदी लागू होनी चाहिए।

श्री कुमार ने मंगलवार को औरंगाबाद के पुलिस लाइन में आयोजित समाज सुधार अभियान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के लोग भी अपने राज्य में शराबबंदी के पक्षधर है। बिहार की महिलाओं के समान वहां की महिलाओं की भी इच्छा है कि झारखंड में पूर्ण शराबबंदी लागू हो। झारखंड का भी सभ्य समाज वहां शराबखोरी से अजीज है। उन लोगों की भी चाहत है कि राज्य में शराबबंदी लागू हो। कहा कि हमने झारखंड में भी शराबबंदी लागू कराने के लिए पहल की थी, लेकिन वहां की सरकार ने साथ नही दिया। अगर वहां की सरकार साथ देती और अपने यहां भी शराबबंदी को लागू करती तो हमें इतनी परेशानी नही झेलनी पड़ती।

गड़बड़ करने वाले लोग सब जगह मौजूद है। ऐसे लोग नही चाहते है कि कही भी शराबबंदी लागू रहे पर ऐसे लोगों के गंदे मंसूबों पर पानी फिरना ही है। यह हो भी रहा है। गड़बड़ लोगो को मुंह की खानी पड़ रही है। गड़बड़ करने वाले लोगो से हमे खासकर झारखंड की सीमा से सटे बिहार के जिले के लोगो और अधिकारियों को बेहद सावधान और चैकन्ना रहने की जरूरत है।

कहा कि झारखंड से सटे जिलों के प्रखंड के अधिकारी बीडीओ साहब भी सचेत रहे। वें भी शराब बेंचने वालो पर पैनी नजर रखे। होम डिलेवरी करने वालो और चुलाई करने वालों की सूचनाएं एकत्र करे, संबंधित विभाग को सूचित करे। ऐसा करने वालों को सख्त ताकिद भी करे। जरूरत पड़े तो उनके खिलाफ नारेबाजी भी कराएं। इसके लिए जीविका दीदियां आपके साथ है। इन सबकी सूचना दे। सूचना पर त्वरित कार्रवाई होगी। गड़बड़ करने वालों की खैर नही होगी।

उन्होने कहा कि गड़बड़ करने वाले लोगो के दुष्प्रचार के बावजूद बिहार के लोग पूर्ण शराबबंदी के पक्षधर है। यही वजह है कि लोग गड़बड़ करने वाले लोगो की सूचना देने में दिल खोल कर आगे आ रहे है और इनका नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जा रहा है। राज्य मुख्यालय को पहले से अधिक सूचनाएं मिल रही है। पहले जहां प्रतिदिन 70-80 कॉल आते थे पर अब रोज 190 से 200 कॉल आ रहे है। इन कॉल्स पर लगातार कार्रवाई हो रही है और गड़बड़ करने वाले लोग लगातार पकड़े जा रहे है।

लगातार कार्रवाई का अंदाजा इस बात से लगा सकते है कि शराबबंदी के दौरान अबतक कुल 81 हजार 220 छापेमारी हुई है। 13,013 मामले पकड़ में आएं है। 15 हजार गिरफ्तारियां हुई है। 2 लाख 11 हजार लीटर देशी शराब और 3 लाख 55 हजार लीटर विदेशी शराब बरामद हुआ है। 35 हजार वाहनो की जब्ती हुई है।

इन सब कार्रवाई से समझ लीजिए कि हम शराबबंदी के मामले में कोई समझौता करने वाले नही है। सभा को बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव व औरंगाबाद के प्रभारी चैतन्य प्रसाद, डीजीपी एसके सिंघल, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण व लघु सिंचाई विभाग के मंत्री सह जहानाबाद के प्रभारी मंत्री संतोष कुमार सुमन, कृषि मंत्री सह अरवल के प्रभारी मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, उद्योग मंत्री सह गया के प्रभारी मंत्री शाहनवाज हुसैन, खान एवं भूतत्व मंत्री सह औरंगाबाद के प्रभारी मंत्री जनक राम, उत्पाद व मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार आदि ने संबोधित किया।

संवाद कार्यक्रम में जदयू के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह, डाॅ.रणविजय कुमार, अशोक कुमार सिंह, रेणु देवी, पूर्व जिप अध्यक्ष पंकज पासवान, पार्टी नेता सुनिल कुमार यादव, धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ गुड्डू सिंह, रामकृष्ण कुमार उर्फ नन्हकू पांडेय, निशा सिंह, अशोक कुमार मेहता, संजीव कुमार सिंह, संजीव कुमार सिंह, तेजेन्द्र कुमार सिंह, औरंगाबाद सदर प्रखंड अध्यक्ष अजिताभ कुमार उर्फ रिंकू सिंह, चंन्द्रभूषण वर्मा, संजय पटेल, विनोद कुमार, विजय कुमार वर्मा, अभिषेक कुमार उर्फ बिट्टू सिंह, शशि चैरसिया, मुमताज अहमद जुगनू, चंन्द्रेश पटेल, संजय कुमार सिंह, अधिवक्ता ईरशाद आलम, संजीव कुमार शर्मा, अमर उजाला, भाजपा के जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गोपाल सिंह, अनिल कुमार सिंह, नबीनगर के उप प्रमुख लव कुमार सिंह, सीताराम दुखारी, प्रभात रंजन उर्फ दिपक सिंह, बृज वर्मा, अनिल चंन्द्रवंशी, अरूण प्रसाद, सुनिल कुमार वर्मा, कमलेश कुमार सिंह, अनिल कुमार यादव, धर्मेंद्र कुमार सिंह, संजीव कुमार शर्मा, गोपाल कृष्ण आदि पार्टी नेता मौजूद रहे।