बिहार में होगा जाति आधारित गणना, सर्वदलीय बैठक में जानिए क्या बोले मुख्यमंत्री

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में जाति आधारित गणना पर हुयी सर्वदलीय बैठक में शामिल हुये। बैठक में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता हम विधायक दल जीतन राम मांझी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, राजद सांसद मनोज कुमार झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ए०आई०एम०आई०एम० के विधायक दल के नेता अख्तरूल ईमान, भाकपा माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव ललन चौधरी, सीपीआई (एम) नेता विधायक अजय कुमार, सी.पी.आई. के राज्य सचिव मंडल के सदस्य प्रमोद प्रभाकर, सीपीआई विधायक दल के नेता राम रतन सिंह मौजूद रहे। बैठक में सभी दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से जाति आधारित गणना कराये जाने के पक्ष में अपनी अपनी राय एवं सुझाव दिये। सभी दलों के नेताओं जाति आधारित गणना कराये जाने को लेकर अपनी सहमति जतायी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में जाति आधारित गणना पर हुयी सर्वदलीय बैठक में शामिल हुये। बैठक में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता हम विधायक दल जीतन राम मांझी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, राजद सांसद मनोज कुमार झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ए०आई०एम०आई०एम० के विधायक दल के नेता अख्तरूल ईमान, भाकपा माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव ललन चौधरी, सीपीआई (एम) नेता विधायक अजय कुमार, सी.पी.आई. के राज्य सचिव मंडल के सदस्य प्रमोद प्रभाकर, सीपीआई विधायक दल के नेता राम रतन सिंह मौजूद रहे।

सर्वदलीय बैठक के पश्चात् सभी दलों के नेताओं की उपस्थिति में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जाति आधारित गणना पर विचार-विमर्श करने के लिए सर्वदलीय बैठक हुई है। आज सर्वसम्मति से यह निर्णय हुआ है कि बिहार में जाति आधारित गणना की जाएगी। हर लोगों के बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी और इसके लिए बड़े पैमाने पर और तेजी से काम किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से इसमें मदद दी जाएगी। गणना कार्य में लगाए जानेवाले लोगों की ट्रेनिंग करा दी जाएगी। आज जो बातचीत हुई है इसी के आधार पर बहुत जल्दी कैबिनेट का निर्णय होगा। इसके लिए राशि का प्रबंध किया जायेगा। कैबिनेट के जरिए ये सब काम बहुत जल्दी कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना की जाएगी उसके बारे में विज्ञापन भी प्रकाशित किया जाएगा ताकि एक – एक चीज को लोग जान सकें। विधानसभा के सभी दलों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से इस पर आज निर्णय हुआ है। काम शुरू होगा तो लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि सब लोगों को ये मालूम रहे कि एक – एक काम किया जा रहा है। समाचार पत्रों एवं मीडिया में भी इस बात को प्रचारित किया जाएगा ताकि सभी लोग इसके बारे में जान सकें। कैबिनेट के माध्यम से यह भी हमलोग तय कर देंगे कि यह पूरा का पूरा काम एक तय समय सीमा के अंदर हो। उन्होंने कहा कि जब यह कहा गया कि जाति आधारित गणना राष्ट्रीय स्तर पर नहीं होगी, इसे राज्य स्तर पर ही करना होगा तो हमलोगों ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस पर विचार करने का निर्णय लिया । उपचुनाव, स्थानीय निकाय का चुनाव वगैरह आ जाने से सर्वदलीय बैठक करने में थोड़ा वक्त लग गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सब दलों की सहमति थी कि आज एक जून को बैठक बुलाई जाए तो आज बुलाई गई। आपस में बातचीत हो गई है लेकिन जल्द ही इसे कैबिनेट से पारित कर सब कुछ प्रकाशित कर दिया जाएगा। इसमें समय सीमा का भी पता चल जाएगा। सबलोगों का, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों, पूरा का पूरा इसका आंकलन किया जाएगा। हमलोगों का मकसद है लोगों को आगे बढ़ाने का, जो पीछे है, उपेक्षित है, उसकी उपेक्षा न हो। सब आगे बढ़ें। इन सब चीजों को ही ध्यान में रखकर हमलोगों ने तय किया और इसका नामकरण जाति आधारित गणना किया गया है। सारे दलों को भी एक – एक काम की जानकारी दी जाएगी। आप तो जानते हैं कि अलग-अलग जाति में अनेक उपजातियां हैं। जाति और उपजाति सभी की गणना की जाएगी।

हमलोगों का मकसद है सभी का विकास करना, उन्हें आगे बढ़ाना । कोई पीछे न रहे इसलिये इसे ठीक ढंग से कराया जायेगा। एक बात जान लीजिए, सबलोगों की गिनती हो जाएगी। जो कुछ भी किया जाएगा उसके बारे में
विज्ञापन भी दिया जाएगा। सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचारित किया जाएगा। एक–एक चीज लोगों की जानकारी में रहेगी। ये कहा गया कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना नहीं होगी लेकिन राज्य सरकार कर सकती है। आज सभी राज्य इस पर विचार कर रहे हैं। अगर सभी राज्यों में यह हो जाएगा तो राष्ट्रीय स्तर पर ऑटोमेटिक हो जाएगा। हमलोग जातीय गणना को बिहार में बहुत अच्छे ढंग से करना चाहते हैं।

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