औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार विधान परिषद द्विवार्षिक निर्वाचन-2022 के तहत स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र संख्या-4 में चुनाव प्रचार शनिवार को शाम पांच बजे समाप्त हो गया। अब 4 अप्रैल को मतदान और 7 अप्रैल को मतगणना होगी।
इसी कड़ी में शनिवार को योजना भवन सभागार में मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक तथा माइक्रो आब्जर्वर का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा कि मतगणना 7 अप्रैल की सुबह आठ बजे से औरंगाबाद नगर भवन स्थित मतगणना हॉल में प्रारंभ होगी। सभी कर्मी सुबह 7 बजे तक अपने अपने मतगणना टेबल पर स्थान ग्रहण कर लेंगे। मतगणना हेतु कुल सात मतगणना टेबल बनाए गए हैं जबकि एक एक टेबल निर्वाची तथा सहायक निर्वाची पदाधिकारी का बनाया गया है। मतगणना स्थल के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जायेंगे। सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी मतगणना की सभी बारीकियों को अच्छी तरह समझ लें ताकि मतगणना के समय कोई भ्रम उत्पन्न न हो। इस अवसर पर उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल ने कहा कि सबसे पहले चक्रवार सभी टेबल पर मतपेटिका दी जाएगी जिसके साथ पीठासीन पदाधिकारी की घोषणा, मतपत्र लेखा एवं पेपर सील लेखा दी जाएगी जिसका मिलान कर मतपेटिका खोली जाएगी। सबसे पहले मतों की संख्यात्मक गिनती कर 50-50 का बंडल बनाया जायेगा। इसके बाद एक ड्रम में सभी को मिला दिया जायेगा। इसके बाद सभी मतपत्रों में से वैध, अवैध और संदेहास्पद मतों को अलग किया जाएगा। इसके बाद वैध मतों से कोटा तय किया जाएगा। कुल वैध मतों के आधे से एक अधिक की संख्या कोटा कहलाएगी।
इसके बाद वैध मतों का अभ्यर्थीवार अलग बंडल तैयार कर पहले राउंड की गणना की जायेगी। यदि पहले ही राउंड में किसी अभ्यर्थी को निर्धारित कोटा प्राप्त हो जाता है, तो उसे निर्वाचित घोषित कर प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा। यदि कोटा प्राप्त नहीं होता है तो दूसरे राउंड में द्वितीय वरीयता के अनुसार मतगणना की जायेगी। जब तक किसी को कोटा प्राप्त नहीं हो जाता है तब तक इसी तरह से गणना की जाती रहेगी। उपस्थित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को मुख्य मास्टर प्रशिक्षक राजकुमार प्रसाद गुप्ता ने मतपेटिका खोलने तथा प्रपत्रों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। इस अवसर पर प्रशिक्षण कोषांग के मास्टर प्रशिक्षक सैयद मो. दायम, कुंदन कुमार ठाकुर, श्रवण कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थें।