नई दिल्ली: पाकिस्तान में लगभग तीन सप्ताह हिरासत में रखने के बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ को आखिरकार 14 मई को भारत को सौंप दिया गया। वह बुधवार सुबह अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते स्वदेश लौटे। BSF ने उनकी वापसी की पुष्टि की है।

पूर्णम कुमार शॉ 23 अप्रैल को फिरोजपुर जिले के ममदोट कस्बे के पास किसानों की निगरानी करते समय गलती से भारत-पाकिस्तान सीमा की जीरो लाइन पार कर गए थे। अत्यधिक गर्मी के चलते वह एक पेड़ की छांव में बैठ गए, जो पाकिस्तानी सीमा के भीतर था। वहां मौजूद एक पाकिस्तानी किसान ने रेंजर्स को सूचना दी, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया और उनकी राइफल भी जब्त कर ली गई।
यह घटना पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद घटी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था। भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) स्तर की बातचीत के बाद जवान को रिहा किया गया।
बीएसएफ ने बताया कि जवान को अटारी बॉर्डर पर सुबह करीब 10:30 बजे शांतिपूर्ण ढंग से हैंडओवर किया गया। इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें घर भेजा जाएगा।