सदर अस्पताल में आईसीयू चालू नहीं कराए जाने के विरोध में ब्रिगेड कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर अस्पताल में आईसीयू चालू कराने को लेकर अखिल भारतीय राहुल गांधी कांग्रेस युवा ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को अस्पताल के मेन गेट पर प्रदर्शन किया।

इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी व सिविल सर्जन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए व्यवस्था बढ़ाने की मांग की। कहा कि कोविड-19 संक्रमण बढ़ रहा है लेकिन प्रशासन के स्तर से कोई खास व्यवस्था नहीं की जा रही है। कांग्रेस नेता मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान ने कहा कि प्रशासन इस मामले में उचित कदम उठाए। केवल लॉकडाउन करने से ही समस्या का समाधान नहीं हो जाएगा। सदर अस्पताल में 100 बेड की व्यवस्था करने, डॉक्टरों की तैनाती करने, कोविड-19 व सामान्य मरीजों का इलाज अलग अलग करने, दवा की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने, जांच सुविधा उपलब्ध कराने आदि मांगे की। कहा कि लोगों को दवा बाजार से खरीदनी पड़ रही है जिससे उन्हें हजारों रुपए का नुकसान हो रहा है। गरीबों के पास दवा खरीदने के लिए भी पैसे नहीं है। ऐसे में उनका इलाज नहीं हो पा रहा है और वह काल के गाल में समा रहे हैं। सल्लू ने कहा कि जिले के नागरिकों को ठगा जा रहा है।

उद्घाटन के बावजूद आईसीयू का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद भी अबतक आईसीयू चालू नहीं कराया गया है। आईसीयू शोभा का वस्तु बन कर रह गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जल्द से जल्द चालू करने की बात 4 साल से कह रहे हैं। विभाग के द्वारा न तो चिकित्सक उपलब्ध कराया गया है और न ही नर्स। वहीं अस्पताल में बेड का काफी अभाव है। बेड नहीं होने के कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। कोरोना काल में बेड नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है। इस दौरान सदर अस्पताल का घेराव किया गया। अस्पताल में प्रतिदिन कोरोना से लोग मर रहे हैं। अस्पताल में मरीजों की लाश गिर रही है, ना ही सांसद ना ही कोई विधायक इस बारे में चिंतित है। महामारी विकराल रूप ले ली है पर जनप्रतिनिधि मरीजों की खबर तक नहीं ले रहे हैं सिर्फ अपनी जान की परवाह किए घर में बैठे हैं। मरीजों का पूछने वाला कोई नहीं है। जब चुनाव का समय आता है कि जनप्रतिनिधि लोगों के बीच पहुंचते हैं। इस मौके पर उपेंद्र सिंह, मो. जुल्फिकार, राहुल सिंह, रोहित उर्फ पिंटू, मो. जुबैर, सुषमा कुंवर, संगीता कुमारी, मुन्ना फारूखी, सुदर्शन शर्मा, नंदू कुमार आदि उपस्थित रहे। कहा कि अगर इतने से आईसीयू नहीं चालू होता है तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।