हसपुरा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। हसपुरा में बुधवार को अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ(गोपगुट) का प्रखंड सम्मेलन आयोजित किया गया।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए महासंघ के जिलाध्यक्ष राम ईशरेश सिंह ने कहा कि जब तक सभी संवर्गों के राज्य कर्मी एकजुट नहीं होंगे तब तक उनका शोषण जारी रहेगा। आज संगठन को मजबूत न करने का ही परिणाम है कि सरकार बहुत सारे विभागों में कॉन्ट्रैक्ट पर बहालियां कर रही है जिन्हे न तो नौकरी की सुरक्षा हासिल है और न ही उचित वेतन भत्ते और सुविधाएं हासिल हैं। इसके अलावा इन कोटि के कर्मियों के उपर कार्य का असहनीय बोझ डाल दिया गया है जिसके कारण उन्हें रात दिन हमेशा सरकारी कार्य में ही व्यस्त रहना पड़ता है। यह एक गुलामी जैसी स्थिति है जिसे सभी कॉन्ट्रैक्ट कर्मी, दैनिक वेतन भोगी कर्मी, मौसमी कर्मी, मानदेय कर्मी, प्रोत्साहन भत्ता कर्मी आदि अनियमित कर्मी भोग रहे हैं। सम्मेलन को जिला सचिव सत्येन्द्र कुमार, महासंघ के जिला स्तरीय संयुक्त सचिव तथा हसपुरा के जनसेवक जनेश्वर चैधरी, उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ (गोपगुट) मूल के जिला संयोजक सुरेन्द्र सिंह, शिक्षक कमलेशकांत कुमार, कार्यपालक सहायक तबरेज आलम आदि ने भी संबोधित किया। सम्मेलन की अध्यक्षता वरीय जनसेवक सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने की जबकि संचालन तिलकपुरा मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश कुमार ने किया। सम्मेलन में हसपुरा प्रखंड कमिटी का चुनाव किया गया।
सर्वसम्मति से सुरेन्द्र प्रसाद सिंह(जनसेवक हसपुरा) को अध्यक्ष, अवधेश कुमार(प्रधानाध्यापक) को सचिव, तबरेज आलम(कार्यपालक सहायक) को कोषाध्यक्ष चुना गया। इनके अलावा उपाध्यक्ष पद पर कमलेश कुमार(प्रखंड शिक्षक), श्रवण कुमार(कार्यपालक सहायक) एवं शाह फैजल को चुना गया जबकि संयुक्त सचिव के पद पर मुकेश कुमार(कार्यपालक सहायक), विशाल वैभव(कार्यपालक सहायक) तथा दिनकर कुमार(कार्यपालक सहायक) को चुना गया। संघर्ष कोष पार्षद में संघर्ष अध्यक्ष के पद पर बैजू प्रसाद(कार्यपालक सहायक) तथा संघर्ष सचिव के पद पर अजय कुमार पासवान(कार्यपालक सहायक) को चुना गया। सम्मूलन के अंत में तीन सूत्री संकल्प प्रस्ताव भी पारित किया गया, जिसमें महासंघ के आगामी 22 अप्रैल के जिला सम्मेलन को तन, मन एवं धन लगाकर सफल बनाने तथा महासंघ को एक सशक्त संगठन बनाने के लिए सभी कोटि के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को संगठित करते हुए महासंघ की हसपुरा प्रखंड कमिटी को एक मॉडल प्रखंड संगठन बनाना शामिल है।