रफीगंज(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। अधिकारियों की मिलीभगत से रफीगंज में यूरिया खद की जमकर कालाबाजारी हो रही है। इसी सिलसिले में रफीगंज-शिवगंज पथ में धावा नदी के पास निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर उर्वरक की कालाबाजारी का मामला भी प्रकाश में आया है।
इस मामले में जन अधिकार पार्टी(लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने कहा है कि हाल यह है कि किसान सौ से दो सौ रुपये अधिक दाम देकर खाद खरीदने को मजबूर है। इसके बावजूद अधिकारी गंभीर नहीं हैं। यूरिया का प्रत्येक बोरा सरकार के द्वारा 266 रूपये निर्धारित किया गया है जबकि गुरुवार को रात्रि 10 बजें के करीब ओम शांति खाद भंडार के विक्रेता राजू कुमार एवं शंकर खाद भंडार के विक्रेता रंजन कुमार द्वारा किसानों को 350 रुपये प्रत्येक बोरा बेचा जा रहा था। इसका किसानों ने विरोध किया और इसकी सूचना प्रखंड कृषि पदाधिकारी को दी और उचित कार्यवाई की मांग की। समदर्शी ने कहा कि स्थिति यह है कि इस समय नकली खाद की भी धड़ल्ले से सप्लाई हो रही है। खाद के लिए किसानों में हाहाकार मचा है। किसान जिले की सहकारी समितियों का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर उर्वरक की उपलब्धता व आपूर्ति सुनिश्चित कराया जाना चाहिए। इन दोनों खाद भंडार के मालिक सगे भाई है। दोनों विक्रेता की शिकायत हमेशा स्थानीय पदाधिकारियों को किसरान देते रहे हैं, फिर भी कार्रवाई शून्य है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा 26 अगस्त को शिकायत मिलने पर स्पष्टीकरण भी पूछा गया था, फिर भी खाद विक्रेता लगातार कानून का उल्लंघन कर रहे है। समदर्शी ने इस मामले में जिला पदाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी से निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर उर्वरक की बिक्री किए जाने व कालाबाजारी करने वाले उर्वरक विक्रेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी अनुज्ञप्ति रद्द करने का मांग की है।