औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के बेहद चर्चित मॉब लीचिंग कंडक्टर मर्डर मामले में एनडीए नेताओं के तल्ख तेवर ने असर दिखाया। पुलिस हरकत में आई और मामले के मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने दबोंच कर सीखचों के पीछे धकेल दिया।
मामले में इन नेताओं ने लिया एक्शन–
घटना के बाद सबसे पहले औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील सिंह पहुंचे थे। इसके बाद भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गोपाल शरण सिंह, भाजपा की बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं अभियान के प्रदेश संयोजक प्रवीण सिंह और लोजपा(रामविलास) के प्रदेश महासचिव प्रमोद सिंह सढ़ैल गांव पहुंचे। सभी ने घटना की निंदा की और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की और अपने तल्ख तेवर दिखाकर पुलिस को फुल एक्शन में आने का दबाव बनाया।
एसपी से मिलकर पूर्व सांसद ने की थी गिरफ्तारी की सीधी मांग–
मामले में पूर्व सांसद सुशील सिंह ने घटना के दिन ही परिजनों से मिलकर उन्होने न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। साथ ही पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर हत्यारों की त्वरित गिरफ्तारी की सीधे तौर पर मांग की थी। मामले में एसपी ने उन्हे कार्रवाई के लिए आश्वस्त भी किया था।
भाजपा नेता गोपाल शरण ने की पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद–
इस दौरान भाजपा नेता गोपाल शरण सिंह ने परिवार की आर्थिक सहायता भी की और मृतक की बेटी की शादी में हरसंभव सहयोग का भी वचन दिया था। उन्होने भी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी।
भाजपा नेता प्रवीण सिंह व एलजेपीआर नेता प्रमोद सिंह ने दिखाए तल्ख तेवर-
मामले में भाजपा नेता प्रवीण सिंह और एलजेपीआर नेता के सर्वाधिक तल्ख तेवर के तो सढ़ैल के ग्रामीण भी कायल हो गए। ग्रामीण उनके तेवर देख यह बोल उठे कि नेता हो तो प्रवीण सिंह और प्रमोद सिंह जैसा, जो न केवल जनता के दुःख दर्द को समझते है बल्कि न्याय दिलाने के लिए किसी से भी भिड़ जाने को तैयार हो जाते है। ऐसे नेताओं के ही सांसद-विधायक बनने से जनता का भला होगा।
प्रमोद सिंह ने सांसद-विधायक को आड़े हाथों लिया, परिजनों से मिलकर सीधे पहुंचें मदनपुर थाना–
इस दौरान प्रमोद सिंह ने मामले को लेकर औरंगाबाद के सांसद अभय कुशवाहा और रफीगंज के विधायक मो. नेहालुद्दीन को भी आड़े हाथों लिया। कहा कि सांसद और विधायक जनता के होते है। जनता उनसे भेदभाव की उम्मीद नही रखती है। सांसद-विधायक को सढ़ैल गांव आना चाहिए था लेकिन दोनों का नही आना भेदभरा है। वें दोनों के इस कृत्य की भी कड़ी निंदा करते है। मामले का रोचक पहलु यह है कि एलजेपीआर नेता प्रमोद सिंह तो पीड़ित परिवार से मिलने के बाद सीधे मदनपुर थाना ही पहुंच गए। थाने में मौजूद पुलिस पदाधिकारी को साफ लहजे में कह डाला कि हर हाल में मामले के सभी आरोपियों को फौरन गिरफ्तार करना होगा और सढ़ैल के गामीणों पर दर्ज प्राथमिकी को भी वापस लेना होगा। मुझे सड़क पर उतरने को मजबूर करना सिस्टम को भारी पड़ेगा। थाने पर चढ़कर उनके द्वारा कही गई इन बातों का तत्काल असर हुसा। इसके बाद पुलिस ने चंद घंटे में ही मुख्य आरोपी आकाश को दबोंच लिया।
यह है मामला–
गौरतलब है कि पिछले 12 जनवरी को एनएच-19 पर मदनपुर थाना क्षेत्र में कुशहा मोड़ के पास सढ़ैल निवासी बस कंडक्टर मंजय सिंह की मामूली विवाद को लेकर बस से खींच कर पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। मामले में परिजनों के बयान पर मदनपुर थाना में दर्ज की गई प्राथमिकी में कुशहा गांव के पांच युवकों को आरोपी बनाया गया था। मामले में पुलिस ने पहले दो आरोपियों दिनेश और सुशील को गिरफ्तार किया था और आज यानी सोमवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब पुलिस दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है। पुलिस का कहना है कि मामले के शेष आरोपियों को भी शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।