शिक्षक-कर्मचारियों के साथ गुलामों जैसा व्यवहार कर रही बिहार सरकार : प्रेमचंद

औरंगाबाद में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ(गोप गुट) का जिला स्तरीय कन्वेंशन संपन्न

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ(गोप गुट) के प्रदेश महासचिव प्रेमचंद सिंहा ने कहा है कि बिहार सरकार राज्य के शिक्षक-कर्मचारियों के साथ गुलामों जैसा व्यवहार कर रही है।

श्री सिंहा ने रविवार को यहां आयोजित महासंघ के जिला कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार काम के घंटों एवं कार्य के बोझ को बढ़ा रही तथा वेतन, भत्तों एवं सुविधाओं में लगातार कटौती कर रही है। इसके लिए सरकार विभिन्न तरह के हथकंडों का इस्तेमाल कर रही है। एक तरफ जहां नियमित कर्मियों की बहाली करने के बजाय ठेका, मानदेय एवं नियोजन के द्वारा बहाली कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वह नियमितकर्मियों में से 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के कर्मियों को समीक्षा के नाम पर सेवा से जबरन रिटायर करने का कुचक्र रच रही है। उन्होंने कहा कि अपने इन्हीं हथकंडों के बल पर सरकार हम राज्य कर्मियों के श्रम का अमानवीय तरीकों से शोषण-दोहन कर रही है। इन हथकंडों के बल पर सरकार न सिर्फ ठेका, मानदेय एवं नियोजित कर्मियों का बल्कि वह नियमित कर्मियों के सिर पर भी छंटनी की तलवार लटकाकर उनका निर्मम दोहन कर रही है। कार्यालयों एवं विद्यालयों को छुट्टी के दिन खुला रखना, कर्मियों के ऊपर अत्यधिक बोझ डालकर उन्हें हमेशा तनाव में डाले रखना एक आम चलन बन चुका है। इस कारण कर्मी लगातार हाइपरटेंशन, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग एवं मस्तिष्क-घात का शिकार बन रहे हैं और असमय ही काल के गाल में समा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मूलतः इन्हीं गंभीर समस्याओं के निदान के लिए महासंघ ने आगामी 17-18 मार्च 2021 को पटना में दो दिनों का प्रदर्शन धरना का कार्यक्रम कर रही है जिसे सफल बनाने के लिए राज्यकर्मियों के साथ साथ आम नागरिकों का भी भरपूर सहयोग अपेक्षित है।

कन्वेंशन में महासंघ के राज्याध्यक्ष जियालाल प्रसाद ने कहा कि महासंघ(गोप गुट) अब राज्यकर्मियों के साथ सरकार और उनके पदाधिकारियों द्वारा गुलामों जैसे व्यवहार को चुपचाप देखता नहीं रहेगा बल्कि धारावाहिक और जुझारू संघर्ष छेड़ेगा। भविष्य दृष्टि के मद्देनजर महासंघ ने राज्य के सभी ठेकाकर्मी, मौसमी कर्मचारी, दैनिक वेतनभोगी कर्मी, नियमित कर्मी, नियोजित कर्मी आदि से आह्वान करता है कि सभी कोटि के राज्यकर्मी महासंघ के बैनर तले जुझारू और धारावाहिक आंदोलन चलाने के लिए कमर कसकर तैयार हो जाएं। इस समय अगर हम नहीं चेते तो आनेवाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी। कार्यक्रम में महासंघ के जिला सचिव ने राज्य से आए महासंघ के राज्य अध्यक्ष एवं महासचिव आदि आगत अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि आज का यह सफल कन्वेंशन यह जता रहा है कि राज्य में अब शिक्षक कर्मचारियों के आंदोलनों का एक तूफान खड़ा होनेवाला है जिसमें इस जिले के कर्मियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने जिले के कर्मचारियों एवं शिक्षकों का आह्वान किया कि आगामी 17-18 मार्च को पटना में होनेवाले प्रदर्शन-धरना में हजारों की संख्या में भाग लें। कंवेंशन को महासंघ(गोप गुट) के जिला संयुक्त सचिवकमलेश कुमार पाल, विजय कुमार, जिला उपाध्यक्ष अशोक कुमार, अमरेन्द्र सिंह, उमानाथ भगत, मौसमी कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह यादव, कार्यपालक सहायक संघ के नेता गणेश कुमार रौशन, जनसेवक संघ के राज्य महासचिव रामविनय शर्मा, राज्य पंचायत सेवक संघ के नकुल यादव एवं कार्यपालक सहायक संघ के अनिल कुमार आदि दर्जनों कर्मचारी-शिक्षक नेताओं ने भी संबोधित किया। कंवेंशन में करीब चालीस विभागों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कन्वेंशन की अध्यक्षता महासंघ के जिलाध्यक्ष राम ईसरेश सिंह ने की तथा संचालन जिला सचिव सत्येन्द्र कुमार ने किया। अंत में आगामी 17-18 मार्च को पटना में आयोजित राज्यस्तरीय प्रदर्शन-धरना में इस जिले से हजारों की संख्या में भाग लेने के संकल्प के साथ साथ कार्यपालक सहायकों के 15 मार्च प्रस्तावित हड़ताल का समर्थन देकर उसे सफल बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इनके अलावा अन्य कई सांगठनिक प्रस्ताव भी पारित किए गए।