मजदूरों का कारखाना बनकर रह गया बिहार, शराबबंदी के नाम पर युवाओं को बनाया जा रहा तस्कर : आइपीएस वीके सिंह

रफीगंज(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार मजदूरों का कारखाना बन गया है। हम भुखमरी, कंगाली, बेरोजगारी, बिगड़ते कानून व्यवस्था का गवाह बन गए है।

यें बातें बिहार महा परिवर्तन आन्दोलन के प्रणेता वरिष्ठ आईपीएस सह पंजाब सरकार के वर्तमान सलाहकार सह पूर्व एसटीएफ बिहार के पूर्व डीआईजी सह तेलंगाना के डीजी जेल एवं सुधार वीके सिंह ने रफीगंज में महापरिवर्तन आंदोलन यात्रा के क्रम मे कही। उन्होंनें कहा कि पिछले 73 सालों की सरकार हमारी स्थिति सुधार नही सकी। 43 सालों की धर्मनिरपेक्ष सरकार ने गरीबी दिया,15 सालों की सरकार ने जंगल राज तो 15 सालों की सुशासन की सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर शराबबंदी के नाम पर युवाओं को तस्कर बना दिया।

आरक्षण शब्द सिर्फ मजाक बनकर रह गया। जातीय नेता सिर्फ अपनी जाति का नुकसान कर रहे है। वे सिर्फ वोट के लिये ही कोई कार्य करते है। इसलिये हमे इस आंदोलन मे शामिल होकर महापरिवर्तन एवं निर्माण की मसाल गांवो तक पहुंचानी है। गांव के हर विवाद का निबटारा गांव मे ही हो, शिक्षा का व्यापक प्रचार-प्रसार, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता अभियान, जाति, धर्म एवं सम्प्रदाय को राजनीति, प्रशासन एवं समाजिक क्षेत्रो से दूर रखना, अच्छी सरकार एवं अच्छा प्रशासन चुनना पंच सुत्री रास्ते है।

उन्होंने इस आंदोलन मे शामिल होने के लिये लोगो से अपील किया है। इस अवसर पर आंदोलन अभियान के जिला प्रभारी विजय शंकर उपाध्याय, जिला सह प्रभारी मनोज कुमार सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, रवींद्र सिंह, मंटू शर्मा, अजीत सिंह, अर्जून सिंह, हरेन्द्र सिंह, उपेन्द्र यादव एवं राजेश यादव आदि मौजूद थे।